उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में 50 दिन पूर्व मन्दिर से चोरी हुई भगवान श्रीराम की बेशकीमती प्राचीन मूर्ति अचानक मिल गई. जब एक 14 साल का लड़का बाल्टी से पोखरे में से पानी निकालकर बगल के सब्जी बोये हुए खेत की सिंचाई कर रहा था, तभी उसे ये मूर्ती मिली. .ग्रामीणों में मूर्ति बरामदगी के बाद खुशी की लहर है लेकिन अभी तक उसके साथ चोरी हुई सीता और लक्ष्मण की मूर्ति बरामद नही हो सकी है. थाना प्रभारी महुआडीह ने बताया कि 25 नवम्बर को डुमरी एखलास गांव के मन्दिर से तीन मृर्तियां चोरी हुई थीं जिसमें से एक की बरामदगी हो गयी है. एक लड़का बाल्टी से पानी निकाल कर बगल में लगे खेत सींच रहा था कि बाल्टी में मूर्ति फंस गई.
गौरतलब है कि थाना महुआडीह के डुमरी एखलास गांव के बाहर एक पोखरा है जहां बगल में गांव के कुछ लोगों ने सब्जी की खेती की है और वे इसी पोखरे से समय-समय पर अपने खेत की सींचने का काम करते हैं.
मंगलवार को दिन में गांव का ही 14 साल का अविनाश राजभर खेत की सिंचाई के लिए बाल्टी लेकर पोखरे पर पहुंचा. बाल्टी से पानी निकालकर वह खेत में पानी डाल रहा था लेकिन जब वह थोड़ा अंदर पोखरे की तरफ पानी के लिए बढ़ा तो उसे लगा कि उसकी बाल्टी को कोई खींच रहा है. वह डर के मारे बदहवास होकर वहां से शोर मचाते हुए भगा और ग्रामीणों को बताया. जब गांव वाले पहुंचे और बाल्टी को बाहर निकालने की कोशिश की तो देखा कि एक मूर्ति है जो उसमें फंसी है और यह वही मूर्ति है जो उनके गांव के मंदिर से चोरी की गई थी.
ग्रामीणों ने मूर्ति मिलने के बाद खुशी जाहिर की और फौरन इसकी सूचना थाना महुआडीह पुलिस को दी. थाना महुआडीह प्रभारी महेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि मंगलवार को दिन में 14 साल का लड़का पोखरे से पानी निकालकर खेत सींच रहा था उसी दौरान बाल्टी में मूर्ति फंस गई थी बाकी दो अन्य सीता और लक्ष्मण की मूर्ति की तलाश की जा रही है.