यूपी के अयोध्या में जगतगुरु परमहंसाचार्य ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि धीरेंद्र शास्त्री में निष्ठा रखिए लेकिन उन्हें सनातन धर्म का ठेकेदार न मानिए, क्योंकि इसके पीछे राम रहीम और आसाराम बापू जैसे लोगों के उदाहरण हैं. जब ऐसे लोगों पर आरोप लगाते हैं तो इनको सब कुछ मानने वाले लोग खुद को ठगा महसूस करते हैं और सनातन धर्म से उदासीन तक हो जाते हैं.
जगतगुरु परमहंसाचार्य ने कहा कि किसी भी संत या कथावाचक के पास कितनी ही भीड़ क्यों न हो लेकिन सनातन धर्म के प्रति जितनी जिम्मेदारी उसकी है उतनी ही सनातन धर्म में आस्था रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति की है. सनातन धर्म में हर सनातनी बराबर का हकदार और हिस्सेदार है. सनातन धर्म का कोई ठेकेदार न अब तक हुआ है और न हो सकता है.
'उनको इस तरह के बेतुके बयान नहीं देने चाहिए'
परमहंसाचार्य ने आगे कहा कि सनातन धर्म अनंत काल से चला आ रहा है और अनंत काल तक रहेगा. लोगों से अपील है कि किसी को सनातन धर्म का ठेकेदार न मानिए. वहीं. उड़ीसा में हुए ट्रेन हादसे के बाद धीरेंद्र शास्त्री के इस बयान की निंदा करते हुए कहा, अगर उनको जानकारी थी तो उनको रोकने के प्रयास करने चाहिए थे. उनको इस तरह के बेतुके बयान नहीं देने चाहिए.
उनके बेतुके बयान की निंदा करता हूं- परमहंसाचार्य
उन्होंने कहा है कि भगवान से उनको अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए. भगवान श्री कृष्ण शांति दूत बनाकर दुर्योधन को समझाने के लिए गए थे. ऐसा कुछ इन्होंने नहीं किया. अगर इनको जानकारी थी तो प्रशासन को अवगत कराते. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बेतुके बयान की निंदा करता हूं और यह एक तरह से राष्ट्रद्रोह है कि सब कुछ जानते हुए आपने प्रशासन को अवगत नहीं कराया.