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पटरी पर लेटा, ट्रेन भी गुजरी लेकिन नहीं आई कोई खरोंच... इटावा के मुकेश की ऐसे बची जान

इटावा जनपद के भरथना तहसील के अंतर्गत भरथना रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन की पटरी पर एक युवक लेटा था. पत्नी से विवाद होने के बाद नाराज होकर आत्महत्या के इरादे से आकर लेट गया. वह आत्महत्या करना चाहता था लेकिन जैसे ही पटरियों पर लेटा तो उसके ऊपर से धड़ाधड़ आती हुई सुपरफास्ट ट्रेन गुजर गई और उसे खरोंच तक नहीं आई.

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मुकेश को बचाया गया
मुकेश को बचाया गया

'जाको राखे साइयां, मार सके ना कोई'... इटावा में एक शख्स आत्महत्या करने गया था, लेकिन उसे खरोंच तक नहीं आई. चौंकाने वाली बात है कि शख्स के ऊपर से ट्रेन गुजर गई, लेकिन उसे चोट नहीं आई. घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि भगवान ने शख्स को बचा लिया. इसके बाद शख्स को परिजनों के हवाले कर दिया है. 

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इटावा जनपद के भरथना तहसील के अंतर्गत भरथना रेलवे स्टेशन के पास रेलवे लाइन की पटरी पर एक युवक लेटा था. पत्नी से विवाद होने के बाद नाराज होकर आत्महत्या के इरादे से आकर लेट गया. वह आत्महत्या करना चाहता था लेकिन जैसे ही पटरियों पर लेटा तो उसके ऊपर से धड़ाधड़ आती हुई सुपरफास्ट ट्रेन गुजर गई और उसे खरोंच तक नहीं आई.

आरपीएफ ने देखा तो तुरंत रेलवे पुलिस दौड़ कर गई और पकड़ने का प्रयास करने लगी, लेकिन तब तक ट्रेन गुजर चुकी थी... जिसके बाद पुलिस उठाकर उसको सुरक्षित ले आई. जब उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम मुकेश बाबू (28 वर्ष) बताया. वह कटहरा बाहरपुरा, थाना भरथना का रहने वाला है. 

पुलिस पूछताछ में मुकेश ने बताया कि उसकी पत्नी से विवाद होता रहता है, उसके दो छोटी बेटियां हैं, उसकी पत्नी उसके साथ कहासुनी करती है, जिससे आहत होकर उसने शराब पी ली और आत्महत्या करने के लिए रेलवे लाइन पर पहुंच गया था, लेकिन ऊपर से ट्रेन गुजर गई. फिर भी वह सुरक्षित बच गया.

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आरपीएफ ने परिजनों को बुलाकर कार्रवाई करते हुए परिजनों को सौंप दिया. मुकेश बाबू का कहना है कि रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने आए हैं, मेरी पत्नी से लड़ाई हो गई थी, मेरी दो बेटियां हैं, नगला सत्तू बाहरपुरा थाना भरथना का निवासी हूं.

 

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