
यूपी के इटावा में नकली आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. इस फैक्ट्री में बनी हुई दवाइयां शहर के छोटे मेडिकल स्टोर्स और झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा बड़े पैमाने पर मरीजों को दी जा रही थीं. औषधि विभाग ने जब छापा मारा तो मौके से बड़ी मात्रा में सिरप, एक्सपायर दवाइयां, सेक्स वर्धक कैप्सूल आदि बरामद हुई. इनकी कीमत 5 लाख रुपये से अधिक है.
पूरा मामला इटावा के सदर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सराय शेख तिकोनिया स्थित दो मंजिला मकान है, जहां ये अवैध फैक्ट्री चल रही थी. इस मकान में एलोपैथिक एक्सपायरी दवाइयां, एस्टेरॉइड, आयुर्वेदिक लेवल लगी तमाम बोतलें मिली हैं. आयुर्वेदिक लेवल लगी ये दवाएं नकली थीं.
बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में बनी हुई दवाई शहर के छोटे मेडिकल स्टोर, झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा बड़े पैमाने पर मरीजों को दी जा रही थी. बीते दिन औषधि विभाग ने फैक्ट्री पर छापा मारकर इस रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया. एक्सपायरी दवा, एस्टेरॉइड और अन्य हैवी दवाइयां मिलाकर नकली आयुर्वेदिक दवाकर बनाकर निजी क्लीनिक में सप्लाई की जा रही थी. एक क्लिनिक फैक्ट्री के नीचे ही था.
बरामद नकली दवाइयों में लैपिडेक्स, गसॉफिट, सुपरहिट लोशन, पावरफुल कैप्सूल, इलेक्ट्रोमाइट, एमेसाइक्लीन, मॉनिट LC, फेरोरड्रम, क्लोबेट जीएम, इन स्टार्टसस्पेंस आदि शामिल हैं.
कार्रवाई के दौरान औषधि निरीक्षक रजत पांडे ने बताया कि गुप्ता फार्मा फैक्ट्री से कई ऐसे सिरप बरामद हुए हैं, जिनकी मैन्युफैक्चरिंग 2025 है. बाल्टी में भरकर बड़ी मात्रा में पिसी हुई एक्सपायर दवा का कंपाउंड भी बरामद हुआ है. एक निजी क्लीनिक से भी बड़ी मात्रा में नकली दवाइयों को जब्त किया गया है. इन दवाइयों के प्रयोग से शरीर के ऑर्गन डैमेज होने की संभावना थी.