उत्तर प्रदेश की चित्रकूट पुलिस ने 'हार्वड जागरूकता एजुकेशन ट्रस्ट' नाम से फर्जी कंपनी का पर्दाफाश किया है. यह गैंग करीब ढाई हजार लोगों से 5 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है. पुलिस ने गिरोह के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 2 कार, चोरी की 2 बाइक, 8 मोबाइल और फर्जी कागजात बरामद किए हैं.
जानकारी के मुताबिक, गैंग लोगों को विभिन्न पदों पर नौकरी जैसे होम ट्यूटर (एसटी), फील्ड क्वार्डिनेटर (एफसीओ), कम्प्यूटर टीचर (सीटी) औ ग्रीन प्लांट मैनेजर आदि का काम बताते थे. इसके बाद कम समय में अधिक पैसे कमाने का लालच देते थे. इसके जरिए हजारों लोगों से सिक्योरिटी मनी और रजिस्ट्रेशन शुल्क के नाम पर करीब 5 करोड़ से अधिक रुपये ठग लिए.
विधानसभा में सपा विधायक ने उठाया था मुद्दा
चित्रकूट जनपद में करीब ढाई हजार से ज्यादा लोग इनके झांसे में आकर अपना पैसा गंवा बैठे हैं. चित्रकूट सदर से सपा विधायक अनिल प्रधान ने इस मामले को विधानसभा में उठाया था. इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और बड़े पैमाने पर लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले इस गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार करने में सफल हुई. गिरोह का मास्टरमाइंड प्रमोद गुप्ता अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है.
मामले में एसपी ने कही ये बात
एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि 10 जुलाई को शिकायत मिली थी कि जागरूकता के नाम पर एक संस्था बनाकर करीब 5 करोड़ रुपये का गबन किया गया. मामला संज्ञान में आने के बाद एफआईआर दर्ज की गई थी. जांच में पता चला कि ये लोग गैंग बनाकर एक ट्रस्ट चला रहे थे. इसकी दो शाखाएं खोली थी. ये लोगों को विभिन्न पदों पर नौकरी देने के नाम पर पैसे लेते थे. नौकरी के लालच में 2,500 से अधिक लोगों में सबसे ज्यादा महिलाएं हैं.