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फर्जी मार्कशीट पर सरकारी शिक्षक की नौकरी, 26 साल की सैलरी लौटाने की बात सुनकर हुआ फरार

ग्रेटर नोएडा में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. प्राइमरी स्कूल में 12वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट लगाकर टीचर की नौकरी हासिल कर ली. शिक्षा विभाग के द्वारा जब आरोपी के खिलाफ जांच हुई, तो युवक फर्जी टीचर निकला. शिक्षा विभाग ने आरोपी पर केस दर्ज कराते हुए टीचर पद से हटा दिया है.

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बेसिक शिक्षा अधिकारी
बेसिक शिक्षा अधिकारी

ग्रेटर नोएडा में फर्जी मार्कशीट लगाकर सरकारी नौकरी पाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. प्राइमरी स्कूल में 12वीं की फर्जी मार्कशीट लगाकर 26 साल तक टीचर की नौकरी की. शिक्षा विभाग के द्वारा आरोपी के खिलाफ जांच हुई, तो युवक फर्जी टीचर निकला.

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शिक्षा विभाग ने आरोपी पर केस दर्ज करा दिया और आरोपी को पद से हटा दिया. मामले की जानकारी लगने पर आरोपी फरार हो गया. मामला जारचा थाना स्थित पताड़ी गांव का है. आरोपी जोगिंदर कुमार ने जारचा थाना क्षेत्र के ही रानोली लतीफपुर गांव का रहने वाला है.

साल 1997 में बना फर्जी टीचर

आरोपी ने साल 1997 में 12वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट बनाकर सरकारी टीचर की नौकरी हासिल की थी. इसके बाद बच्चों को पढ़ाने का काम करने लगा. इस दौरान किसी को उसके फर्जी होने का शक भी नहीं हुआ. इसी बीच 12 मई को नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव खंड शिक्षा अधिकारी दादरी को एक सूचना मिली.

जानकारी लगते ही आरोपी हुआ फरार

शिक्षा अधिकारी को बताया गया कि पताड़ी गांव के प्राइमरी सरकारी स्कूल में जोगिंदर कुमार नाम के अध्यापक ने फर्जी मार्कशीट से नौकरी हासिल की है. इसके बाद तत्काल प्रभाव से शिक्षा विभाग द्वारा जांच शुरू कर दी गई.

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जांच में सच सामने आने के बाद आरोपी को तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाल दिया गया. इसी बीच आरोपी को इस बात की जानकारी लग गई और वह फरार हो गया.

अभिलेखों की जांच में आया सामने

मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि उनके विभाग को एक सूचना मिली थी. पता चला था कि जारचा थाना क्षेत्र पताड़ी के प्राइमरी सरकारी स्कूल में युवक 12वीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट के आधार पर 1997 में सरकारी टीचर के पद पर तैनात हो गया था. इसके बाद अभिलेखों की जांच की गई, तो सच सामने आ गया.

पूरे कार्यकाल की लौटानी होगी सैलरी

युवक को दंड के रूप में अपने 26 साल के नौकरी के कार्यकाल में जितना भी वेतन मिला है, सब वापस लौटना होगा. साथ ही जितनी भी सुविधाओं के रूप में पैसा खर्च हुआ है, वह भी वापस देना होगा.

आरोपी जोगिंदर का शिक्षक का कार्यकाल साल 2036 में पूरा होना था. बहरहाल, आरोपी फरार है. पुलिस टीम बनाकर आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.

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