उत्तर प्रदेश में सोमवार से रोडवेज बसों का किराया बढ़ा दिया गया. बसों के किराये में लगभग 24 प्रतिशत की वृद्धि करने का फैसला लिया गया है. नई दरें आज सोमवार आधी रात से लागू होंगी. किराया बढ़ाने का फैसला राज्य परिवहन प्राधिकरण ने लिया है.
यूपीएसआरटीसी ने किराये में बढ़ोतरी की वजह डीजल का महंगा होना बताया है. बोर्ड ने बताया की इससे पहले वर्ष 2020 में रेट बढ़ाए गए थे, जब डीजल सस्ता था और अब जब डीजल 90 रुपए के करीब है. बसों मे 25 पैसे प्रति किलोमीटर का इजाफा हुआ है. अभी तक रोडवेज बसों का किराया 1.05 रुपये प्रति किमी था, लेकिन आज से नया किराया 1.30 रुपये प्रति किमी हो गया है.
258.78 पैसे तक बढ़ा किराया
साधारण बस सेवा के किराया वृद्धि के साथ निगम की वातानुकूलित बसों के किराये में भी बढ़ोतरी हुई है. जनरथ बस 3x2 का किराया 163. 86 पैसे, जनरथ बस 2x2 का किराया 193.76 पैसे, वातानुकूलित स्लीपर बस का किराया 258.78 पैसे और वाल्वों बसों का किराया 286.14 पैसे प्रति यात्री प्रति किलोमीटर हो गया है.
परिवहन प्राधिकरण की दलील
परिवहन प्राधिकरण की दलील है कि किराया बढ़ाकर निगम अपनी आय में वृद्धि करना चाहता है ताकि, परिचालन लागत वहन किया जा सके और दिसंबर के अंत तक अपने बेड़े में लगभग 3,000 नई बसें और 2024 में 2,000 बसें जोड़ सके.
दरअसल, बीते 30 जनवरी को राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक हुई थी, जिसमें रोडवेज बसों और ऑटो के किराए संबंधी प्रस्ताव पर मुहर लगी. लखनऊ से दिल्ली, सीतापुर, लखीमपुर, गोरखपुर आदि शहरों के लिए सफर करने वाले यात्रियों को अब ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे.
रोडवेज बसों में रोजाना 14 लाख यात्री सफर करते हैं. ऐसे में 25 पैसे प्रति किलोमीटर किराया बढ़ने से रोडवेज की आय में प्रतिमाह अच्छी आमदनी होगी.