यूपी के रामपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब आजम खान से नाराज अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खान ने कमर्शियल बापू मॉल में लगे उनके नाम के शिलापट को हथौड़े से तोड़ दिया. इस घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आया और मौके पर पहुंचा. साथ ही पुलिस ने नगर पालिका के बाबू मुजफ्फर हुसैन खान की तहरीर पर फरहत के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. उनके खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है.
ऐसे आदमी के नाम का शिलापट भी नहीं होना चाहिए
इस मामले में मुस्लिम महासंघ के अध्यक्ष फरहत अली खान ने कहा कि फरहत अली खान ने कहा कि जिस आदमी का वोट देने का अधिकार खत्म हो गया है. उसके नाम का शिलापट भी नहीं होना चाहिए. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि आजम खान के नाम का जहां भी शिलापट लगा हो उसे हटा दें. नहीं तो वह खुद तोड़ देंगे.
सद्दाम और तालिबानी राज खत्म, अब राष्ट्रवाद राज है
उन्होंने कहा कि सद्दाम और तालिबानी राज खत्म हो चुका है, अब राष्ट्रवाद राज है. अब वही मुसलमान हिंदुस्तान में रहेंगे जो राष्ट्रवादी विचारधारा के हैं. मेरी हिम्मत थी तभी मैंने ये करके दिखाया है. आजम खान के नाम की कोई भी तख्ती इस जिले में नहीं रहने देंगे. तख्ती पर जो दूसरा नाम है, उससे मुझे कोई मतलब नहीं. जिला प्रशासन से निवेदन है कि इस तरीके की तख्तियों को हटा दें.
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अखिलेश यादव ने किया था मॉल का उद्घाटन
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संसार सिंह ने कहा कि रामपुर शहर में बापू मॉल एक कमर्शियल मॉल है. इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किया गया था. इसके शिलापट पर तत्कालीन मुख्यमंत्री और आजम खान का नाम था. आज दोपहर इसे फरहत अली खान द्वारा हथौड़े से तोड़ा गया. फरहत एक संगठन चलाते हैं. जो कि आजम खान से बहुत नाराज हैं. इस संबंध में तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर फरहत अली को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.