उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक किसान की जलकर मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. बताया जा रहा है कि गेहूं के खेत में आ लग गई और पछुवा हवाओं के चलने से आग फैलती चली गई. जिसकी वजह से कई इलाकों की सैकड़ों बीघा गेंहू की खड़ी फसल जलकर राख हो गई.
गौरा गांव के एक किसान शंकर शुक्ला ने आग को बुझाने का प्रयास किया. लेकिन वो उसमें बुरी तरह से झुलस गए मौके पर मौजूद ग्रामीण उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे पर उनकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि आग इतनी भयानक थी कि स्कूल में पढ़ रहे बच्चों में अफरा-तफरी मच गई. ग्रमीणों का कहना है कि जिले से सिर्फ 6 दमकल की गाड़ियां हैं. जिसके कारण समय पर आग को काबू नहीं किया जा सका.
देवरिया के कई गांव के खेतों में लगी आग
आग की सूचना मिलते ही डीएम अखण्ड प्रताप सिंह व एसपी संकल्प शर्मा तत्काल मोर्चरी पहुंचे और मृतक किसान के परिजनों से बात की और आर्थिक मुवावजा देने का भरोसा दिलाया. इसके बाद जहां- जहां आग लगने की घटना हुई वहां पहुंचकर किसानों से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया. इस संबंध में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरुण कुमार ने फोन पर बताया कि बड़े पैमाने पर आग से फसलों की क्षति हुई है. सबका आकलन कराया जा रहा है और पीड़ित किसानों की मदद की जाएगी. यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है परिजनों को आपदा राहत कोष से मुवावजा दिया जाएगा.
वहीं, फायर स्टेशन अधिकारी राजमंगल सिंह ने बताया कि बीस से अधिक जगह आग लगी. पछुवा हवा थी दमकल की गाड़िया मात्र 6 हैं, इन्हीं संसाधनों में हम हर जगह कवर करने की कोशिश करते हैं. एक जगह किसान की मृत्यु हो गई और फसलों की काफी क्षति हुई है. दरअसल सबसे बड़ी समस्या है कि वह किसी प्वाइंट पर आग बुझाते हैं तो दूसरी जगह आग लगने की सूचना मिल जाती है. वो चाहते हैं कि आग पूरी तरह से बुझाने के बाद ही गाड़ी जाए. पर कई बार ऐसा कर पाना संभव नहीं हो पाता.
आग बुझाने गए किसान की जलकर हुई मौत
बता दें, जिले के बरियारपुर, मईल थाना क्षेत्र के अंडीला, बकुची सतराव में आग लगी. जिससे किसानों की फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई. बलियवा गांव में पछुवा हवाओं के चलते यह आग आधा किलोमीटर की चौड़ाई में डेढ़ किलोमीटर तक तेजी से फैलती चली गई और नहर के पास जहां हरी घास व झाड़ियां थीं वहां जाकर कुछ कम हुई.
इस दौरान फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी बरियारपुर के विधायक के नजदीकी गांव के क्षेत्र में आग बुझा रही थी लिहाजा गौरा देरी से पहुंची तो ग्रामीण अपने-अपने खेतों में लगी आग को अरहर के डंठल से बुझाने लगे तो कुछ पम्पिंग सेट इंजिन चालू कर पानी से आग को बुझाने का प्रयास करने लगे. इस दौरान गौरी शंकर शुक्ल (उम्र 65 वर्ष) नाम का किसान भी अपनी फसल बचाने के लिए खेत मे घुस गए और हरे अरहर के डंठल से आग को बुझाने का प्रयास करने लगे. लेकिन उनकी धोती में आग लग गई और वो खेत में आग से चारों तरफ से घिर गए. जिंदा जलकर उनकी मौत हो गई.
प्रशासन ने पीड़ित किसानों को दिया मदद का भरोसा
गौरा गांव के प्रधान ग्राम प्रधान रोहित राय ने बताया कि बलियवा गांव की तरफ से आग लगी है, सौ एकड़ फसल जल राख हो गई और हमारे गुरू जी गौरी शंकर शुक्ला की जलकर मौत हो गई. फायर स्टेशन अधिकारी ने बताया कि 20 से अधिक जगहों पर आग लगी मांत्र 6 दमकल की गाड़ियों की वजह से काम को सही तरीके अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सका.