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UP: अतिक्रमण हटाने गई पुलिस टीम पर किसानों ने किया पथराव, लाठीचार्ज में दर्जन भर लोग हुए घायल

वाराणसी में वीडीए और पुलिस टीम ट्रांसपोर्ट नगर में दल बल के साथ सरकारी जमीन की निशानदेही करने पहुंची थीं. इसी दौरान वहां किसान पहुंच गए और इसका विरोध करने लगे. किसानों और वीडीए कर्मचारियों की बीच बहस होने लगी. इसके बाद किसानों को पुलिस वहां से हटाने लगी, जिसके बाद किसान उग्र हो गए और पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया.

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पुलिस और किसान के बीच झड़प
पुलिस और किसान के बीच झड़प

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने गई पुलिस टीम पर किसानों ने पथराव कर दिया. सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए.

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बताया जा रहा है कि इससे पहले किसानों और वाराणसी डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी वीडीए के कर्मचारियों की बीच बहस हुई थी. इसके बाद पुलिस किसानों को हटाने लगी. मगर, किसान उग्र हो गए और पुलिस कर्मियों पर पथराव करने लगे.

बता दें कि रोहनिया स्थित ट्रांसपोर्ट नगर योजना टाउन प्लानिंग स्कीम को लेकर लगातार अधिकारियों को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. करीब 20 साल पहले से मोहनसराय के पास चार गांवों की जमीन का ट्रांसपोर्ट नगर योजना के लिए अधिग्रहण किया गया था.

मुआवजा मिलने के बाद भी किसानों का विरोध जारी

आरोप है कि 45 हेक्टेयर जमीन का मुआवजा देने के बाद भी किसानों का विरोध जारी है. बताया जा रहा है कि किसानों की मांग है कि सरकार उन्हें आज के समय के हिसाब से जमीन का जो मुआवजा बनता है, उसका भुगतान करे. किसानों की इस मांग और विरोध को लेकर ट्रांसपोर्ट नगर योजना का काम रुका हुआ है.

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जेसीबी के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंची वीडीए की टीम 

इसी क्रम में मंगलवार को वीडीए की टीम पुलिस फोर्स और जेसीबी के साथ अतिक्रमण वाली जगह को खाली करने के लिए पहुंची थीं. इसी दौरान ट्रांसपोर्ट नगर योजना से प्रभावित चार गांव के किसान पहुंच गए और इसका विरोध करने लगे. धीरे-धीरे मामले ने तूल पकड़ लिया और किसानों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.

वीडीए की टीम बगैर अतिक्रमण हटाए वापस लौटी

इसके बाद पुलिस ने भी किसानों के पथराव के जवाब में लाठीचार्ज कर दिया. इसमें दर्जनों किसानों को चोट आई. वहीं, मौके से किसान को भी हटना पड़ा. साथ ही वीडीए की टीम को भी बगैर अतिक्रमण हटाए वापस लौटना पड़ा.

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