अपनी मांगों को लेकर 105 गांवों के किसान सेक्टर-6 स्थित नोएडा अथॉरिटी की ऑफिस के सामने कमोबेश एक महीने से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. दावा है कि आश्वासन मिलने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. सोमवार को बड़ी संख्या में किसानों ने बीजेपी सांसद महेश शर्मा के घर का घेराओ किया. वे कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर नोएडा अथॉरिटी के सामने जमे हैं लेकिन कहा जा रहा है कि उनकी सुनवाई नहीं हो रही है.
विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य नोएडा प्राधिकरण और एनटीपीसी है, जिसमें किसान उनके खिलाफ शिकायतें कर रहे हैं. किसान स्थानीय आबादी के मुद्दों के व्यापक समाधान के साथ-साथ बढ़े हुए मुआवजे, स्थानीय रोजगार के अवसरों और 10% भूखंडों के आवंटन की मांग कर रहे हैं. विशेष रूप से, स्थानीय नेताओं और जिला प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत नहीं की है, जिससे उनका गुस्सा बढ़ रहा है.
ये भी पढ़ें: क्या होने वाला है इस बार बजट में? पीएम मोदी ने कहा- मेरे लिए देश में सिर्फ यही 4 जातियां!
किसानों के विरोध-प्रदर्शन से दिल्ली-नोएडा रूट प्रभावित
किसानों ने स्थानीय नेताओं और जिला अधिकारियों द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान न दिए जाने पर अपनी निराशा जताई. दादरी एनटीपीसी से प्रभावित 24 गांवों के किसान और नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ 81 गांवों के किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों ने मांगें पूरी नहीं किए जाने के विरोध में सोमवार को सेक्टर 15ए स्थित सांसद महेश शर्मा का घर घेरने पहुंच गए. बड़ी संख्या में किसान यहां सड़क पर ही बैठ गए, जिससे दिल्ली से नोएडा जाने वाला रास्ता प्रभावित हो गया.
ये भी पढ़ें: पीएम किसान से लेकर मानधन तक... अंतरिम बजट 2019 में हुए थे ये बड़े ऐलान, इस बार क्या?
विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों से महेश शर्मा ने की बात
बताया जा रहा है कि किसानों का विरोध-प्रदर्शन देख सांसद महेश शर्मा अपने घर से निकलकर बाहर आए. उन्होंने किसानों से बातचीत भी की. किसानों ने कहा कि एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण को पर्याप्त समय देने के बावजूद उनकी मांगों की केवल सतही स्वीकृति हुई है. किसान अपने आंदोलन को आगे बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं और बड़ी संख्या में महिलाएं सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं. यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो किसान निकट भविष्य में दिल्ली की ओर मार्च करने की चेतावनी दी है.