'ऑपरेशन त्रिनेत्र' के तहत यूपी के गोरखपुर शहर की सभी सड़कों और मुख्य चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे का जाल फैला हुआ है. गोरखपुर पुलिस की मानें तो कोई भी अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति किसी भी घटना को अंजाम देने के बाद बच नहीं सकता है. लेकिन गोरखपुर में दो ऐसे भाई पकड़े गए हैं जिन्होंने 'ऑपरेशन त्रिनेत्र का काट तो निकाला ही साथ ही घटना को अंजाम देने की ऐसी तरकीब निकाली जिसको जानने के बाद पुलिस भी चौंक गई.
दरअसल, गोरखपुर के चौरी चौरा के रहने वाले दो भाई 22 वर्षीय हर्ष जायसवाल और 24 वर्षीय विकास जायसवाल जो आपस में पट्टीदार हैं, लूटपाट करके पुलिस से बचने का एक अनोखा तरीक़ा अपनाते थे. क्योंकि, इनको भली भांति पता है कि पूरे शहर में सीसीटीवी फैला हुआ है. ऐसे में पुलिस की नज़र से बचने के लिये ये लूटपाट की घटना को अंजाम देने के लिए पहले बाइक को लूटते थे. चूंकि ये घटना को सुदूर गोरखपुर और देवरिया बॉर्डर पर या किसी सुनसान इलाक़े में अंजाम देते थे तो ऐसे में ये चोरी की बाइक का इस्तेमाल आसानी से कर लेते थे.
ऐसे देते थे घटना को अंजाम
दरअसल, विकास शहर में एक चाट-गोलगप्पे का ठेला लगाता है. उस दौरान वो वही से ताड़ लेता था कि किस बाइक को चुराना है. इसके बाद वो अपने भाई को इशारा करके बाइक के पास जाने को कहता था. दूसरा भाई कान में मोबाइल लगाए व्यस्त होने की एक्टिंग करता था और देर तक बाइक उठाने के लिए सही समय की तलाश करता था.
फिर इशारों ही इशारों में दोनों भाइयों में बाइक उठाने की सहमति बन जाती थी. इनके पास मास्टर चाबी रहती थी. जिसके जरिए वो बाइक लेकर फरार हो जाते थे .
जिस दिन बाइक उठाते, उस दिन लूटपाट जरुर करते
इन अभियुक्तों का मुख्य उद्देश्य बाइक चुराना नहीं रहता था बल्कि उस चुराई बाइक से शहर के सुदूर कोने में जाकर लूटपाट करना था. पुलिस की मानें तो अब तक कुल 6 लूट की बाइक इन लोगों ने छिनैती के लिए इस्तेमाल की. इसमें से दो बाइक की बरामदगी पुलिस ने कर लिया है जबकि अन्य चार बाइक अभी भी पुलिस ढूंढ रही है.
डराने के लिए रखते थे कट्टा
यही नहीं डराने धमकाने और लूटने के लिए अगर कहीं कठिनाई आती थी तो ये एक कट्टा अपने साथ रखते थे. अक्सर दोनों भाई लोगों के मोबाइल और आभूषण को लूटते थे. लूटपाट करने के बाद ये बाइक को दूर कहीं सुनसान इलाक़ों में छोड़ आते थे.
क्या कहना है पुलिस का?
इस मामले में एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिशनोई ने कहा कि थाना कैंट की पुलिस ने एक ऐसी घटना का पर्दाफ़ाश किया है जो लोग ख़ुद ही स्मार्ट चाबी बनाकर बाइक की चोरी करते थे. उन गाड़ियों को चोरी करके उसका इस्तेमाल छिनैती में करते थे. जनपद गोरखपुर में इन लोगों ने कुल 6 बाइकों की चोरी की है, जिसमें से 2 बाइक की बरामदगी हो चुकी है.
इन लोगों ने ऑपरेशन त्रिनेत्र की जद में आने से बचने के लिये ऐसे तरीक़े अपनाते थे. पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है तथा इनसे विभिन्न मोबाइल फ़ोन और एक कट्टा भी बरामद किया है.