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उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में नूरी बाबा नाम के एक कबाड़ी के बारे में नए खुलासे हो रहे हैं. हाल ही में उसे मदरसे से बड़ी मात्रा में नकली नोटों के साथ पकड़ा गया था. बताया जा रहा है कि यह बाबा रमजान महीने में मुंबई में रहकर चंदा वसूल करता था और कभी-कभी पश्चिम बंगाल या नेपाल भी जाता था. उसके सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पाकिस्तान प्रेम के संकेत मिले हैं, जिससे यह सवाल उठता है कि कहीं उसके तार आईएसआई से तो नहीं जुड़े हैं.
जानकारी के मुताबिक, नूरी बाबा का असली नाम मुबारक अली है और वह मल्हीपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मनपुर गंगापुर का निवासी है. वह कबाड़ी का काम करते हुए धीरे-धीरे नकली नोटों के व्यापार तक पहुंच गया. वह अपने मृदुभाषी और सामान्य व्यवहार के कारण गांव और क्षेत्र में किसी की नजर में नहीं आया था.
लेकिन अब उसके काले कारनामे उजागर हो रहे हैं और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस बीच पता चला है कि नूरी बाबा ने गांव में एक मदरसा खोला हुआ था, इसी की आड़ में वह गलत काम करता था.
नकली नोटों का जखीरा बरामद हुआ था
श्रावस्ती पुलिस ने बताया है कि नूरी बाबा के पास से नकली नोटों का जखीरा बरामद हुआ है. इसके अलावा उसके पास से कई अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है. बीते दिनों पुलिस ने नूरी बाबा को गिरफ्तार कर लिया था और अब उससे पूछताछ कर पूरे रैकेट के खुलासे में जुटी हुई है. मामले में पुलिस को यह भी पता चला है कि नूरी बाबा के तार पाकिस्तान से जुड़े हो सकते हैं. उसके सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पाकिस्तान प्रेम के संकेत मिले हैं. हरे झंडे के साथ उसकी फोटो सामने आई है जिसे पाकिस्तानी झंडा बताया जा रहा है.
पांच आरोपी हुए थे अरेस्ट
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते यूपी के श्रावस्ती में एसओजी और पुलिस टीम ने 5 ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके कब्जे से नकली नोट और छपाई वाले कुछ उपकरण मिले हैं. वहीं, एक मदरसे से प्रिंटर व उपकरण बरामद हुए हैं. मदरसे में नकली नोट छापने का काम हो रहा था. इस मामले का मुख्य आरोपी मदरसे में ही रहता था, जिसकी 5 बीवियां भी बताई जा रही हैं. इनमें एक बीवी घर पर रहती है, वहीं दूसरी पत्नी मदरसे में पढ़ाती है.
पुलिस ने आरोपियों से जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने यूटयूब पर वीडियो देखकर नकली नोट छापने का तरीका सीखा था. इसके बाद असली नोट को मशीन से प्रिंट कर स्कैनर से अन्य रूप रेखा तैयार करते थे. नकली नोटों को अन्य जिलों के साथ ही ग्रामीण इलाके में चला देते थे. ये काम करीब सालभर से कर रहे थे. इनके कब्जे से कुल 34 हजार से ज्यादा के नकली नोट और 14500 के असली नोट मिले.
नूरी बाबा के खिलाफ पहले से दर्ज हैं 4 मामले
नकली नोट छापने के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों में मुबारक अली उर्फ नूरी बाबा भी है, वह मदरसा प्रबंधक है, जो श्रावस्ती के ही ग्राम लक्ष्मनपुर गंगापुर थाना मल्हीपुर का रहने वाला है. उस पर बहराइच, श्रावस्ती और गोंडा में पहले से चार मामले दर्ज हैं. आरोपी की 5 बीवियां होने का दावा किया जा रहा है. हालांकि ग्रामीणों ने ऑफ कैमरा बताया कि एक बीवी मदरसे में पढ़ाती है. दूसरी घर में रहती है, जबकि तीन अन्य बीवियां हैं, उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है.