उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में गंगा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. गंगा नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीण अब चिंतित हैं. लोगों का कहना है कि अगर पानी नहीं रुका, तो गांव में पानी घुसना शुरू हो जाएगा, जिससे गांव में रहने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. गंगा नदी के कछार में किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बाढ़ में डूब गई है.
जानकारी के मुताबिक, सिराथू तहसील क्षेत्र के तरसौरा, मोहनपुर समेत आधा दर्जन गांवों के किसानों को भारी नुकसान हुआ है. सुखऊपुर गांव के कई घर बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. इसको लेकर ग्रामीण सामान सुरक्षित करने में जुटे हैं. तीन दिनों से गंगा में पानी लगातार बढ़ रहा था, लेकिन शनिवार को अचानक पानी ने रफ्तार पकड़ ली.
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पानी कछार में तेजी से फैलने लगा. इससे कछार में शकरकंद, तिल, बाजरा, मिर्च आदि की सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें जलमग्न हो गईं. किसानों ने कछार में फसलों की रखवाली के लिए जगह-जगह झोपड़ियां बना रखी थीं. झोपड़ियां भी जलमग्न हो गई हैं. अब स्थिति यह है कि पानी गांवों के काफी नजदीक पहुंच गया है.
मामले में एसडीएम ने कही ये बात
बढ़ते जलस्तर को देखकर ग्रामीण सहमे हुए हैं. ग्रामीणों की नींद उड़ गई है. ग्रामीणों ने बताया कि सैकड़ों एकड़ में लगी फसल जलमग्न हो गई है. गंगा घाटी के लोग अब अपनी फसलों को बचाने की तैयारी में जुट गए हैं. बाढ़ का पानी गांवों के करीब पहुंच गया है. इसके बाद सिराथू तहसीलदार अतुल कुमार ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और मदद का आश्वासन दिया. एसडीएम अजेंद्र कुमार ने बताया कि बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है.