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लखीमपुर खीरी में बाढ़ का कहर! हवा में झूल रही रेल पटरी, ऊपर से बह रहा पानी, VIDEO

Flood News: लखीमपुर खीरी में मैलानी से पलिया को जोड़ने वाले रेल रूट पर अतरिया गांव के करीब रेलवे ट्रैक के नीचे लगी मिट्टी का ढेर कट जाने से लगभग 15 मीटर तक की रेल पटरी हवा में झूलने लगी. 

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लखीमपुर में बाढ़ से बिगड़े हालात
लखीमपुर में बाढ़ से बिगड़े हालात

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. शारदा नदी का पानी रेलवे लाइन को खोखली करके आबादी में घुस गया है. जिसके चलते ट्रेन संचालन बाधित हो गया है. सड़क यातायात भी अवरुद्ध है. प्रभावित लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है. राहत-बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ लगाई गई है. सीएम योगी खुद इलाके का दौरा करने जा रहे हैं. इस बीच रेलवे लाइन को तहस-नहस कर पानी के आगे बढ़ने का वीडियो सामने आया है.  

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दरअसल, उत्तराखंड और नेपाल के पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश के चलते बनबसा बैराज से शारदा नदी में करीब 2 लाख 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इससे लखीमपुर खीरी में मैलानी से पलिया को जोड़ने वाले रेल रूट पर अतरिया गांव के करीब रेलवे ट्रैक के नीचे लगी मिट्टी का ढेर कट जाने से लगभग 15 मीटर तक की रेल पटरी हवा में झूलने लगी. 

देखते ही देखते शाम 5:00 बजे करीब 500 मीटर रेल लाइन शारदा नदी की गहरी जलधारा में डूब गई, जिसका मौके पर मौजूद लोगों ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वहीं, जिले में शारदा नदी और घाघरा नदी किनारे बसे गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है जिसके चलते जिले की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने सभी बाढ़ प्रभावित तहसील प्रशासन को अलर्ट कर दिया है. जिले में एनडीआरएफ और पीएसी को भी बुला लिया गया है. 

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लगातार जल स्तर के बढ़ने के चलते शारदा नदी खतरे के निशान के ऊपर बहने लगी है. भारत से नेपाल को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर पलिया कस्बे के करीब सड़क पर घुटनों तक पानी भर गया है. ऐसे में दो दिनों के लिए तक भारत से नेपाल को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे को बंद कर दिया गया है और रूट को डाइवर्ट कर दिया गया है. 

उधर, मोहाना नदी में बढ़े जल स्तर के चलते भारत-नेपाल सीमा से सटे थारू गांव में घुटनों तक पानी भर गया है जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में नेपाल में भारी वर्षा के कारण जल स्तर बढ़ा है. कई खेतों और रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है. आजाद नगर गांव से 45-46 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. गोविंद नगर गांव जो पीलीभीत बॉर्डर पर है वहां पर भी राहत कार्य चल रहा है.

लोगों से अपील है कि समय रहते सुरक्षित स्थान पर चले जाएं. प्रशासन सतर्क है. सब जगह टीमें लगी हुई हैं. एनडीआरएफ की टीम भी आ गई है. पीएसी की टीम हमारे साथ जुटी हुई है और प्रशासन राहत के साथ-साथ बाकी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है. प्रभावितों को खाने-पीने का सामान, दवाई, चिकित्सा आदि मुहैया करवाया जा रहा है. अनुमान है कि अभी बारिश दो-तीन दिन और चलेगी. 

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