नोएडा पुलिस और साइबर क्राइम टीम ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए लोन दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करने वाले गैंद का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर फर्जी प्रचार कर लोगों को जाल में फंसाते थे. आरोपियों के पास से 4 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन, 1 प्रिंटर, 18 चेकबुक, 5 चेक, 50 विजिटिंग कार्ड और 9 मोहरें बरामद हुई हैं.
पिछले कुछ समय से थाना सेक्टर-63, नोएडा की साइबर हेल्प डेस्क पर शिकायतें मिल रही थीं कि सेक्टर-63 के एच-169 में स्थित एक कंपनी मनी ऑन नवाकर के नाम से लोन दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठ रही है. जांच में सामने आया कि आरोपियों ने मनी ऑन नवाकर फाइनेंशियल सर्विसेज, मनी वन मैनेजमेंट सर्विसेज और नवाकर फाईनोविजन इंडिया प्रा. लि. नाम से फर्जी कंपनियां बना रखी थीं.
लोन दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी
ये लोग सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े लोन दिलाने का दावा करते थे. जब कोई शख्स लोन लेने के लिए संपर्क करता था, तो उससे दस्तावेज मंगवाकर लोन की राशि का 3%+18% जीएसटी बतौर सर्विस चार्ज ले लेते थे. इसके बाद, उसका क्रेडिट स्कोर खराब बताकर लोन देने से इनकार कर देते थे और कॉल उठाना बंद कर देते थे. इस तरह इनके द्वारा सैकड़ों लोगों को ठगा गया.
पीड़ितों की शिकायत से खुला मामला
एक पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपियों ने उससे 1,38,155 रुपये लिए और 9,98,000 रुपये का चेक भेजकर लोन मिलने का भरोसा दिलाया, लेकिन बाद में कोई लोन नहीं मिला. पुलिस जांच में पता चला कि आरोपियों के बैंक खातों पर पहले से ही गुजरात और मध्य प्रदेश में साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज हैं.
गिरफ्तार आरोपियों पर सख्त कार्रवाई
नोएडा पुलिस का कहना है कि गैंग ने खासतौर पर दूर-दराज के लोगों को अपना शिकार बनाया ताकि वो ऑफिस आकर शिकायत ना कर सकें. फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज चुकी है और आगे की जांच में जुट गई.