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भाई की साली से हंसी मजाक, दोस्ती और फिर मोहब्बत... औरेया वाली कातिल दुल्हन की कहानी

मैनपुरी के रहने वाले दिलीप अपने भाई संजय की साली प्रगति से पहले हंसी मजाक करता था. जो धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई. दोनों एक दूसरे का जानने समझने लगे. छह साल में दोनों के बीच कई मिलना जुलना भी हुआ. दिलीप को लगा जिससे वो बातें करता है वो उसकी सबसे अच्छी जीवन संगनी हो सकती है.  लेकिन उसे को इस बात का जरा भी अंदेशा नहीं था कि प्रगति का दिल उसके लिए नहीं बल्कि अपने गांव में रहने वाले अनुराग के लिए धड़क रहा था. 

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दिलीप और प्रगति की शादी 5 मार्च को धूमधाम से हुई थी
दिलीप और प्रगति की शादी 5 मार्च को धूमधाम से हुई थी

औरैया वाली कातिल दुल्हन प्रगति की कहानी किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं है. मैनपुरी के रहने वाले दिलीप अपने भाई संजय की साली प्रगति से पहले हंसी मजाक करता था. यह हंसी मजाक धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई. दोनों एक दूसरे को जानने समझने लगे. छह साल में दोनों के बीच कई मिलना जुलना भी हुआ. दिलीप को लगा जिससे वो बातें करता है वो उसकी सबसे अच्छी जीवन संगनी हो सकती है. दिलीप ने दोस्तों ने बताया कि उसने ही अपने घर वालों से प्रगति के साथ शादी का प्रस्ताव रखा था. जिसे घर वालों ने स्वीकार कर लिया. लेकिन दिलीप को इस बात का जरा भी अंदेशा नहीं था कि प्रगति का दिल उसके लिए नहीं बल्कि अपने गांव में रहने वाले अनुराग के लिए धड़क रहा था. 

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दिलीप के दोस्तों ने बताया कि पांच मार्च को दिलीप की बारात बड़ी धूमधाम के साथ गई थी. सभी खुश थे. भाई संदीप ने जमकर दोस्तों के साथ डांस किया था. लेकिन शादी के 15 दिन बाद ही दिलीप के साथ हुई घटना से सब दंग रह गए.  पुलिस ने जब घटना का खुलासा किया तो सबकी आंखें फटी रह गई. दिलीप की पत्नी प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर सुपारी किलर को दो लाख की फिरौती देकर उसकी हत्या करा दी थी.

खेत में मिला था लहूलुहान दिलीप

पुलिस अधीक्षक अभिजीत शंकर ने बताया कि 19 मार्च 2025 को औरैया जिले के सहार थाना क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली कि एक गेहूं के खेत में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल अवस्था में पड़ा है. जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो देखा कि वह व्यक्ति खून से लथपथ था. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तीन दिन तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ने के बाद, 22 मार्च को उसने दम तोड़ दिया. मृतक की पहचान दिलीप यादव के रूप में हुई. जब यह खबर उसके परिवार तक पहुंची, तो मातम छा गया. दिलीप के भाई ने सहार थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया, और पुलिस इस ब्लाइंड मर्डर केस को सुलझाने में जुट गई.

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ऑपरेशन त्रिनेत्र से खुला राज 

पुलिस ने 'ऑपरेशन त्रिनेत्र' के तहत सीसीटीवी फुटेज खंगाले, और जो सच सामने आया, वह चौंकाने वाला था. वीडियो में दिखा कि कुछ लोग दिलीप को बाइक पर बैठाकर ले जा रहे थे. इस सुराग को पकड़कर पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय किया और जल्द ही रामजी नागर का नाम सामने आया. 24 मार्च 2025 को पुलिस ने रामजी नागर को धर दबोचा. पूछताछ में उसने जो कबूला, उसने पूरे मामले की परतें खोल दीं.

दो लाख में तय हुआ सौदा

रामजी नागर ने बताया कि यह पूरी साजिश प्रगति और उसके प्रेमी अनुराग यादव ने रची थी. शादी से पहले ही प्रगति अनुराग से प्यार करती थी और किसी भी कीमत पर उसे पाना चाहती थी. लेकिन जबरन हुई शादी ने उसे इस हद तक धकेल दिया कि उसने हत्या का रास्ता चुन लिया. प्रगति ने अनुराग को एक लाख रुपये दिए, जिसे अनुराग ने मुख्य हत्यारे रामजी नागर को सौंपा. दो लाख रुपये में सौदा तय हुआ और इस योजना को अंजाम देने के लिए पूरी टीम तैयार की गई. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया—रामजी नागर, अनुराग यादव और खुद प्रगति यादव. लेकिन जांच अभी खत्म नहीं हुई. पुलिस को इस साजिश में शामिल अन्य लोगों के शामिल होने के सुराग मिले हैं, जिनकी तलाश जारी थी.

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दिलीप के पैसों पर नजर

अनुराग पैसे से भी कमजोर था, जबकि दिलीप संपन्न परिवार से था. प्रगति उसके पैसे हड़पना चाहती थी. प्रगति के दिमाग मे था कि वह दिलीप के पैसों से अनुराग के साथ बढ़िया जिंदगी जिएगी. लेकिन वारदात के कुछ दिन बाद ही उसकी पोल खुल गई. फिलहाल, प्रगति, अनुराग और उनके एक साथी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. मामले में अनुराग के परिवार ने उसके लिए सजा-ए- मौत की मांग की और कहा कि वे उसे जेल से रिहा करवाने की कोशिश नहीं करेंगे. वहीं, दिलीप के परिजनों का कहना है कि 'कातिल' पत्नी प्रगति को सख्त से सख्त सजा दी जाए.

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