यूपी में माफिया पर नकेल कसने के लिए पुलिस पूरी तरह से एक्शन मोड में है. पुलिस के रडार पर 63 माफिया हैं, इन्हीं में से एक है गैंगस्टर बदन सिंह बद्दो. मेरठ का यह बदमाश पिछले चार साल से फरार चल रहा है. पुलिस ने इसके खिलाफ 2.5 लाख का इनाम घोषित कर रखा था लेकिन अब इनाम की यह राशि दोगुनी करने जा रही है. डीजीपी आरके विश्वकर्मा ने इनाम बढ़ाने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा दिया. विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने यह जानकारी दी है.
मेरठ के टीपी नगर थाना क्षेत्र के बेरीपुरा निवासी बदन सिंह बद्दो पर हत्या, रंगदारी, वसूली जैसे गंभीर धाराओं में 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं. हत्या के एक केस में उसे उम्रकैद की सजा मिली हुई थी लेकिन 28 मार्च 2019 को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से गाजियाबाद कोर्ट में पेशी के लिए जाते समय तैनात 6 पुलिसवालों को चकमा देकर वह फरार हो गया था. सोशल मीडिया पर एक्टिव बदन सिंह बद्दो की पिछले दिनों विदेश में होने की तस्वीरें भी सामने आई थीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह चार साल से अपने परिवार के साथ आस्ट्रेलिया में रह रहा है. हालांकि उनकी लोकेशन फ्रांस, नीदरलैंड समेत कई देशों में भी पाई जा चुकी है. उसे पहले भी कई बार पकड़ने की कोशिश हो चुकी है लेकिन सफलता हाथ नहीं लग सकी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कयास लगाए जाते रहे हैं कि फरार हो जाने के बाद बदन सिंह बद्दो नेपाल के रास्ते विदेश भाग गया था.
बद्दो जब फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार में सजा काट रहा था, तब उसे एक मामले में गाज़ियाबाद की अदालत में पेश किया जाना था. पुलिस अभिरक्षा में उसे गाजियाबाद लाया गया. पेशी के बाद उसने अपनी अभिरक्षा में आए पुलिसवालों को मेरठ होकर जाने के लिए राजी कर लिया. पुलिस टीम उसे लेकर मेरठ के मुकुट महल होटल पहुंची. इस होटल में बदन सिंह का भी शेयर था. वहां सभी पुलिसवालों की जमकर खातिरदारी हुई. उन्हें खाने के साथ-साथ शराब परोसी गई. उन्हें इतनी शराब पिलाई गई कि वे नशे में धुत हो गए. इसी दौरान बदन सिंह बद्दो भाग निकला.
ऐसा माना जाता है कि बदन सिंह बद्दो ने 1988 में जुर्म की दुनिया में कदम रखा था. उसने साल 1996 में एक वकील की हत्या कर दी थी. इस मामले में उसे उम्रकैद की सुजा सुनाई गई थी. साल 2011 में उसने मेरठ जिला पंचायत के सदस्य संजय गुर्जर को मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद साल 2012 में उसने एक केबल नेटवर्क के संचालक पवित्र मैत्रे को मार डाला था. उनके खिालफ दिल्ली पुलिस ने भी इनाम घोषित कर रखा है.
यूपी एसटीएफ ने 4 मई को मेरठ में कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना का एनकाउंटर कर दिया था. एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया था, जिस तरह से अनिल दुजाना ऑटोमैटिक हथियारों से घटनाओं का अंजाम देता था, उसकी वजह से इसका काफी खौफ था. वह जेल के अंदर से भी अपने गैंग को संचालित करता था. उस पर UP STF द्वारा काफी समय से नजर रखी जा रही थी. वो कोई बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए मेरठ जा रहा था. उसके पास से एडवांस वेपन बरामद हुए हैं. दुजाना का 21 साल का आपराधिक इतिहास था. उस पर 65 से अधिक केस दर्ज थे. वो बड़ी संख्या में असलहे रखता था.