माफिया अतीक अहमद और दो अन्य को साल 2006 में हुए उमेश पाल अपहरण केस में दोषी ठहराए जाने के कुछ दिनों बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का गंभीर बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद यूपी में गैंगस्टरों के पैंट गीले हो गए हैं. सीएम ने कहा कि कानून व्यवस्था की परवाह किए बिना लोगों से जबरन वसूली करने और धमकी देकर अगवा करने वाले गैंगस्टर डरे हुए हैं.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में बॉटलिंग प्लांट के भूमि पूजन के बाद सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'लोग देख रहे हैं कि जिन लोगों ने पहले कानून व्यवस्था का मजाक उड़ाया, वे अब अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे हैं. जब अदालत ने गैंगस्टरों को सजा सुनाई, तो उनकी गीली पैंट गीली हो गई. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये माफिया लोगों को आतंकित करते थे, उद्योगपतियों से रंगदारी वसूलते थे. व्यवसायियों का अपहरण करते थे, लेकिन आज वे डरे हुए हैं और अपनी जान बचाकर भाग रहे हैं.
अतीक अहमद को हो चुकी है उम्रकैद
माफिया अतीक अहमद साल 2005 में हुई बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है. अतीक पर वारदात के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है. अतीक को पिछले महीने कड़ी सुरक्षा के बीच मामले की सुनवाई के लिए गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया था. जेल से निकलने से पहले अतीक ने कहा था कि मुझे डर है कि मेरी हत्या की जा सकती है.
फरवरी में कर दी गई थी उमेश पाल की हत्या
बता दें कि राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल की प्रयागराज में उनके आवास के बाहर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से यूपी पुलिस ने अतीक अहमद और उसके सहयोगियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था. उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद के दो साथियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया था.
उमेश पाल की हत्या के बाद सपा ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का आरोप लगाया था. इस बीच योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि वे माफिया का सफाया करके रहेंगे.
सीएम बोले- यूपी में अब खामोश हैं माफिया
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सबकी सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है और नागरिकों के जीवन में समृद्धि लाना सरकार का संकल्प है. राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि छह साल पहले गुंडे और माफिया खुलेआम कारोबारियों को धमकाते थे और उनका अपहरण कर लेते थे, लेकिन आज माफिया खामोश हैं. बता दें कि माफिया अतीक अहमद पर 100 से अधिक केस दर्ज हैं, लेकिन उसे सजा पहली बार सुनाई गई है.
छह अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर प्रदेश में 500 से अधिक जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकाले गए. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब धार्मिक उत्सवों के दौरान जुलूसों पर बम नहीं फेंके जाते, इसकी जगह फूल बरसा दी गई है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता आज विकास, निवेश और रोजगार को बढ़ावा देने वाली डबल इंजन सरकार में विश्वास करती है. उन्होंने कहा कि इसी विश्वास के कारण ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश को 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
(एजेंसी)