
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लुटेरों से भिड़ने वाली बीटेक छात्रा कीर्ति सिंह जिंदगी की जंग हार गई. कीर्ति के साथ चलते ऑटो में लूटपाट की कोशिश हुई थी. बदमाशों ने उसका मोबाइल छीनने की कोशिश की थी. लेकिन कीर्ति ने बहादुरी से उनका मुकाबला किया. उसने आसानी से बदमाशों को अपने मंसूबे में कामयाब नहीं होने दिया था. आइए जानते हैं छात्रा कीर्ति सिंह की दिलेरी की कहानी...
दरअसल, कीर्ति सिंह गाजियाबाद के ABES कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा थी. वह हापुड़ स्थित अपने घर से रोज गाजियाबाद कॉलेज आती थी. बीते शुक्रवार (27 अक्टूबर) को भी कीर्ति हमेशा की तरह कॉलेज आई थी. दोपहर बाद जब वो वापस ऑटो से हापुड़ जा रही थी तो रास्ते में दो बाइक सवार लुटेरे उसके पीछे लग गए.
कीर्ति सिंह ने किया था बदमाशों का मुकाबला
कीर्ति ऑटो पर किनारे की तरफ बैठी हुई थी. लुटेरों की नजर उसके मोबाइल पर थी. वो झपट्टा मारकर मोबाइल छीनने की फिराक में थे. इसी बीच मसूरी थाना क्षेत्र के डासना फ्लाईओवर के पास NH-9 पर बाइक सवार बदमाशों ने उसका मोबाइल छीनने की कोशिश की. लेकिन कीर्ति ने पूरी ताकत से विरोध किया. कीर्ति ने मोबाइल नहीं छोड़ा तो बदमाशों ने झटका देकर उसे ऑटो से नीचे घसीट लिया. कीर्ति 15 मीटर तक सड़क पर घिसटती रही. फिर भी उसने हार नहीं मानी.
लुटेरे उसे कुछ दूर तक घसीटते हुए ले गए. आखिरी तक कीर्ति बाइक सवार लुटेरों से लोहा लेती रही. इस दौरान उसके सिर में गंभीर चोट आ गई. वो बुरी तरह घायल हो गई. उसके साथ चल रही सहेली ने उसे अस्पताल पहुंचाया और घरवालों को सूचना दी.
अस्पताल में जिंदगी की जंग हारी कीर्ति
कीर्ति सिंह के शरीर में दो फ्रैक्चर हुए थे. सिर में भी गंभीर चोट आई थी. ऑटो से सिर के बल गिरने के कारण सिर की हड्डी टूट गई थी. वो आईसीयू में भर्ती थी. कीर्ति ने अस्पताल में 48 घंटे तक जिंदगी की जंग लड़ी. मगर वो ये जंग हार गई. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
एक आरोपी एनकाउंटर में ढ़ेर
वहीं, लुटेरों की तलाश में जुटी गाजियाबाद पुलिस ने शनिवार शाम एक आरोपी बोबिल उर्फ बलवीर को गिरफ्तार कर लिया. मगर इस दौरान दूसरा बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू भाग निकला था. आज तड़के पुलिस और जितेंद्र के बीच भी मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में जितेंद्र घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई.
जितेंद्र के खिलाफ पुलिस में 13 केस दर्ज थे. गैंगस्टर का मुकदमा भी था. उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट समेत कई गंभीर मामले दर्ज थे. छात्रा से लूट के मामले में फरार होने के बाद उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था. उधर, इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने पर एक SHO को सस्पेंड और दो इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया जा चुका है.
इंजीनियर बनने का सपना लेकर गाजियाबाद पहुंची थी कीर्ति
कीर्ति हापुड़ की रहने वाली थी. वो इंजीनियर बनने का सपना लेकर गाजियाबाद पहुंची थी. एक महीने पहले ही ABES इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) में एडमिशन लिया था. वह रोजाना ऑटो से ही हापुड़ से गाजियाबाद तक अप-डाउन करती थी. लेकिन 27 अक्टूबर की शाम कीर्ति की जिंदगी में मनहूस समय लेकर आई. लूट के दौरान वो घायल हो गई और अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया.
मृतक छात्रा के एक रिश्तेदार ने कहा की बेटी इंजीनियर बनना चाहती थी. शुरू से पढ़ाई में तेज थी. इसीलिए गाजियाबाद के अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिला और मनचाही स्ट्रीम भी मिल गई. जिसने हमारी बेटी के साथ ऐसा किया, उसको कड़ी से कड़ी सजा दी जाए.