जिला न्यायाधीश की अदालत में वकीलों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने का विरोध कर रहे वकीलों ने प्रदर्शन के दौरान हापुड़ रोड को जाम कर दिया था. इस मामले में वकीलों पर FIR दर्ज की गई है. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने बुधवार को एक न्यूज एजेंसी को दी.
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार दोपहर को प्रदर्शनकारी वकीलों ने दो घंटे तक सड़क जाम की, जिससे इलाके में यातायात जाम हो गया और जिला न्यायाधीश अमन कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका पुतला फूंका. 29 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिला न्यायालय में न्यायाधीश और एक वकील के बीच तीखी बहस के बाद पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गई थी. वकीलों ने अपने खिलाफ लाठीचार्ज का आरोप लगाते हुए हड़ताल की घोषणा की और मांग की कि न्यायाधीश का तबादला किया जाए. साथ ही इसमें शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.
यह भी पढ़ें: 'चार्मिंग और हैंडसम जज', विदाई समारोह में CJI चंद्रचूड़ को वकीलों ने क्या-क्या कॉम्प्लीमेंट दिए
वकीलों ने गाजियाबाद में विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करने की भी धमकी दी है और कहा है कि वे 16 नवंबर को महापंचायत करेंगे, जिसमें वे अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे. इन वकीलों के खिलाफ मंगलवार रात कविनगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई.
पहली एफआईआर दुर्वेश चंद शर्मा (30) ने दर्ज कराई थी. बताया जाता है कि दुर्वेश से कुछ अज्ञात वकीलों ने कथित तौर पर मारपीट की थी और मंगलवार को जब वे घर जा रहे थे, तब सर्विस रोड पर उनकी कार का शीशा ईंटों से तोड़ दिया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि वकीलों के खिलाफ बीएनएस की धारा 126 (गलत तरीके से रोकना), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 324 (4) (शरारत) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि इसी थाने में तरुण तोमर (30) ने अज्ञात वकीलों के खिलाफ बीएनएस की धारा 191(2) (दंगा), 189(2) (अवैध रूप से एकत्र होना), 126 (गलत तरीके से रोकना) के तहत एक और प्राथमिकी दर्ज कराई है.
सोमवार और मंगलवार को वकीलों ने दोपहर में दो घंटे तक हापुड़ रोड जाम किया और जिला न्यायाधीश अमन कुमार का पुतला फूंका तथा उनके खिलाफ नारेबाजी की. वकील जिला न्यायाधीश व 29 अक्टूबर को अदालत परिसर में उन पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के तबादले और निलंबन की मांग कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट में फर्जी वकील की पोल खुली, देखिए पूरी कहानी
पुलिस उपायुक्त (शहर क्षेत्र) राजेश कुमार सिंह ने बताया कि वकीलों ने कविनगर थाने के पास सर्विस रोड को जाम कर दिया था, जो कविनगर कॉलोनी की ओर जाने वाले लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मार्ग है. इधर, जिला बार के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि गाजियाबाद के वकीलों की मांगों के समर्थन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के वकीलों ने धरना दिया और प्रमुख सड़कों को जाम कर दिया. उन्होंने कहा कि जिला न्यायाधीश के तबादले और निलंबन तक उनका विरोध जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वकील सभी जिलों में उपचुनाव का बहिष्कार करेंगे. शर्मा ने कहा कि बुधवार को सड़कों पर जाम नहीं लगाया गया, ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो. उन्होंने कहा कि 22 जिलों के वकीलों की महापंचायत होने तक हड़ताल जारी रहेगी.