
यूपी की गाजीपुर पुलिस ने गैंगस्टर और क्षेत्र के शातिर बदमाश विशाल यादव हत्याकांड का खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक, हत्यारों ने बेइज्जती के बदले विशाल को मौत दी थी. दरअसल, विशाल को शक था एक हत्यारोपी का उसकी बहन से अफेयर है. इसपर उसने उस हत्यारोपी को बुरी तरह पीटा था और उससे थूक चटवाया था. इसी बेइज्जती का बदला लेने के लिए विशाल की हत्या की गई.
फिलहाल, पुलिस ने तीन अभियुक्तों को आलाकात्ल के साथ गिरफ्तार कर लिया है. एसपी ने बताया कि जिले की स्वाट, सर्विलांस टीम और थाना भुड़कुड़ा पुलिस द्वारा हत्याकांड में शामिल अभियुक्तों को पकड़ा गया है. पूछताछ में पकड़े गए अभियुक्तों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
बता दें कि 4 मई को ग्राम श्रीरामपुर (रामबन) में राम अखाड़ा के पास स्थित कुएं में विशाल यादव उर्फ बागी पुत्र पारस नाथ सिंह यादव निवासी की लाश मिली थी. उसके सिर पर चोट के निशान थे. बदन से कपड़े भी आधे गायब थे. विशाल कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया था. उसकी मौत को लेकर परिजनों ने एफआईआर दर्ज करवाई थी.
मामले में एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि स्वाट/सर्विलांस टीम व थाना भुड़कुड़ा पुलिस टीम द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयास के फलस्वरुप आज दिनांक 06.05.2024 को मृतक विशाल यादव उर्फ बागी की हत्या से संबंधित तीन अभियुक्त- नन्दन उर्फ छोटू यादव, विवेक यादव उर्फ बिजली, अमित उर्फ विशाल को चौजा पुल से सुबह करीब 03.30 बजे गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त नन्दन उर्फ छोटू यादव ने बताया- मैं, मृतक विशाल यादव उर्फ बागी की बहन से प्यार करता था, जिसके बारे में मृतक व उसके परिजन को जानकारी हो जाने पर विशाल ने मुझे काफी मारा-पीटा था व अपमानित किया था. इसके अतिरिक्त अमित उर्फ विशाल भी मृतक की बहन को चाहने लगा था, जिसकी जानकारी होने पर मृतक द्वारा मुझे व अमित दोनों को मारा-पीटा गया व थूक चटवाया गया था. जिससे हम लोग काफी अपमानित महसूस कर रहे थे. इस अपमान का बदला लेने के लिए हम दोनों ने विवेक यादव उर्फ बिजली के साथ मिलकर विशाल की हत्या की साजिश रची.
घटना वाली रात गांव में बाटी-चोखा का कार्यक्रम था, जिसमें हम-तीनों भी मृतक के साथ उपस्थित थे. कार्यक्रम के बाद मृतक को विश्वास में लेकर उसे अलग ले गये, जहां मोटर-साइकिल के साकर व डण्डे से उसके सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी व उसके शव को छिपाने के उद्देश्य से कुएं में फेंककर वहां से चले गये.