समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में गाजीपुर जिले में 1965 के युद्ध के नायक अब्दुल हमीद का नाम उनके स्कूल से हटाए जाने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की. इस कृत्य को "बेहद निंदनीय" बताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि "कुछ लोगों" के लिए अब बस "भारत" का नाम बदलकर "भाजपा" करना ही बाकी रह गया है.
अब्दुल हमीद के परिवार ने उस स्कूल की बाहरी दीवार और गेट से उनका नाम हटाए जाने का विरोध किया, जिसमें वे कभी पढ़ते थे. स्थानीय शिक्षा अधिकारी ने कहा कि यह घटना स्कूल की रंगाई-पुताई के दौरान हुई, बाद में उसे यथावत कर दिया गया.
हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि पब्लिक की नाराजगी को देखते हुए स्कूल प्रशासन ने बाहरी दीवार यानी प्रवेश द्वार पर अब्दुल हमीद का नाम फिर से लिखा.
इससे पहले अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक समाचार लेख की क्लिप साझा की और इस मुद्दे पर भाजपा नीत सरकार की तीखी आलोचना की. अखिलेश ने कहा, "यह बेहद निंदनीय और अशोभनीय है कि देश के लिए जान देने वालों से ज्यादा महत्व किसी और को दिया जा रहा है. अब कुछ लोगों के लिए बस इतना ही बचा है कि वे देश का नाम 'भारत' से बदलकर 'भाजपा' कर दें."
उन्होंने आगे कहा, "जिन लोगों ने न तो आजादी दिलाने में कोई भूमिका निभाई और न ही आजादी बचाने में, वे शहीदों का महत्व क्या जान सकते हैं."
वहीं, अधिकारियों के अनुसार- हाल ही में रंग-रोगन के बाद जिले के धामूपुर गांव के स्कूल का नाम बदलकर 'पीएम श्री कम्पोजिट स्कूल' कर दिया गया था. परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद के पोते जमील अहमद ने कहा कि पांच दिन पहले स्कूल की रंगाई-पुताई की गई थी और प्रवेश द्वार पर 'शहीद हमीद विद्यालय' की जगह 'पीएम श्री कम्पोजिट स्कूल' लिख दिया गया था. विवाद के बाद मंगलवार को मुख्य प्रवेश द्वार पर इसे 'शहीद वीर अब्दुल हमीद पीएम श्री कम्पोजिट स्कूल, धामूपुर, जखनियां, गाजीपुर जिले' के रूप में बहाल कर दिया गया.