गाजीपुर के बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड में आज बाहुबली और पूर्व एमएलसी बृजेश सिंह गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए. हालांकि, मुख्य चश्मदीद बाहुबली मुख्तार अंसारी आज फिर पेश नहीं हो सके. मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से आज गाजीपुर कोर्ट में पुलिस अभिरक्षा में लाकर पेश करना था, लेकिन मुख्तार खराब मौसम के चलते पेश नहीं हो सके.
15 जुलाई 2001 में मऊ सदर के तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी अपने गृह आवास मोहम्मदाबाद से मऊ जा रहे थे. तभी रास्ते में उसरी (जो थाना मोहम्मदाबाद कोतवाली अंतर्गत आता है) में उनके काफिले पर ताबड़तोड़ गोली चलाई गई थी, जिसमें उनके सरकारी गनर की मौके पर मौत हो गई थी और एक सहयोगी की अस्पताल में मौत हुई थी.
इस हमले में 8 से 9 लोग घायल हो गए थे. इस मुकदमे में वादी मुख्तार अंसारी ने बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और त्रिभुवन सिंह के भतीजे अनिल सिंह को नामजद और दर्जनों अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी और यह मुकदमा गाजीपुर की ट्रायल कोर्ट में 21 साल से चल रहा है. आज उसी मुकदमे में मुख्तार अंसारी को गवाही के लिए पेश होना था.
हालांकि, खराब मौसम के चलते कोर्ट के आदेश के बावजूद वादी और मुख्य गवाह मुख्तार अंसारी पेश नहीं हो सके, जबकि प्रतिवादी बृजेश सिंह कोर्ट पहुंचे. इस मामले में बृजेश सिंह के आने की पुष्टि करते हुए सरकारी अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि वादी मुकदमा मुख्तार अंसारी खराब मौसम के चलते आज नहीं आ सके, क्योंकि उन्हें बांदा जेल से लाना था.
अब मुख्तार अंसारी 17 जनवरी को फिजिकल तौर पर पेश होंगे, जबकि बृजेश सिंह आज अपने अधिवक्ता के साथ भारी सुरक्षा में न्यायालय में पेश हुए. इस मुकदमे में 4 गवाह पेश हो चुके हैं. अभी अन्य और गवाहों की पेशी होनी बाकी है, जिसमें मुख्तार अंसारी की गवाही अहम है. अब देखना है कि अगली तारीख पर दोनों बाहुबली आमने-सामने हो पाते है या नहीं.