मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर यह चर्चा हो कि पहले पुरुष आए या महिलाएं, तो निश्चित तौर पर मेरा मानना है कि भगवान ने पहले पुरुषों को ही बनाया गया होगा, क्योंकि पहली बार बनाने में थोड़ी गलती रह जाती है. दूसरी बार में भगवान ने महिलाओं को बनाया.
महिलाओं की क्षमता को बताया अद्वितीय
लखनऊ में आयोजित महिला सम्मान समारोह में डिंपल यादव ने महिलाओं की बहुआयामी भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि महिलाएं एक परिवार में जन्म लेती हैं और फिर दूसरे परिवार में जाकर उसे संभालती हैं. यदि वे पेशेवर जीवन में प्रवेश करती हैं, तो वे न केवल अपने परिवार का ख्याल रखती हैं, बल्कि अपने सपनों को भी साकार करती हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए समाज में समानता की बातें तो बहुत होती हैं, लेकिन वास्तव में यह अभी भी अधूरी है. उन्होंने कहा, हम कहते हैं कि समाज में समानता है, लेकिन सही मायनों में यह मौजूद नहीं है. जहां पुरुषों के सपनों को अधिक महत्व दिया जाता है, वहीं महिलाओं के सपनों को उतनी तवज्जो नहीं दी जाती. भले ही वह किसी भी परिवार की महिला क्यों न हो, कहीं न कहीं उन्हें हमेशा इंतजार करना पड़ता है.
महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव पर उठाए सवाल
डिंपल यादव ने महिलाओं को लेकर समाज के रवैये पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि महिलाएं जब अपनी बात को प्रखरता से रखती हैं, अपने विचारों को खुलकर व्यक्त करती हैं, तो उन पर सवाल उठाए जाते हैं. समाज उन्हें "आउटस्पोकन" मानकर जज करता है. वहीं, पुरुषों के अच्छे कामों को हमेशा समर्थन और सराहना मिलती है. उन्हें समाज से पूरा बैकअप और समर्थन मिलता है. पुरुषों की उपलब्धियों को बहुत बड़ा कर दिखाया जाता है, लेकिन महिलाओं को उसी स्तर पर पहचान नहीं मिलती.
आप आगे बढ़ेंगी तो समाज आगे बढ़ेगा
डिंपल यादव ने कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए कहा, आज आप सब यहां उपस्थित हैं क्योंकि आपने अपने प्रोफेशन में एक मुकाम हासिल किया है. मैं आपको तहे दिल से बधाई देना चाहती हूं. आप आगे बढ़ेंगी, तो समाज भी आगे बढ़ेगा. उन्होंने महिलाओं से एकजुटता बनाए रखने का आह्वान किया और कहा, महिलाओं को महिलाओं का समर्थन करना चाहिए. जब महिलाएं एक-दूसरे का सहयोग करेंगी, तभी समाज में वे और आगे बढ़ेंगी. हमारा समाज तभी तरक्की कर पाएगा, जब महिलाएं सशक्त होंगी.