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कानपुर यूनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट लगाकर स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट बन गया शख्स, वेरीफिकेशन में पकड़ा गया

यूपी के कानपुर में बीएससी की फर्जी मार्कशीट लगाकर स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट की नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है. यहां जांच में जब इस मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. फर्जी मार्कशीट कानपुर यूनिवर्सिटी की बनवाई गई थी.

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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने कानपुर यूनिवर्सिटी की फर्जी बीएससी की मार्कशीट बनवाकर स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट की नौकरी हासिल कर ली. फर्जी मार्कशीट लगाने के साथ ही उसने अधीनस्थ चयन आयोग की परीक्षा भी पास कर ली, लेकिन जब चयन होने के बाद बीएससी की मार्कशीट यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर जांच के लिए डाली गई, तो पता चला कि मार्कशीट फर्जी है.

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जांच में पता चला कि संतोष कुमार नाम का छात्र साल 2012 में बीएससी कर रहा था, लेकिन वह फेल हो गया था. इसके बाद उसकी बीएससी पास की मार्कशीट कैसे बन गई, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. संतोष कुमार गौड़ गोरखपुर का रहने वाला है. वर्तमान में वह लखनऊ में गोमती नगर एरिया में रह रहा था.

इस पूरे मामले को लेकर कानपुर यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक राकेश कुमार ने कल्याणपुर थाने में शिकायत की है. इस शिकायत में कहा गया है कि संतोष कुमार नाम के छात्र ने फर्जी मार्कशीट के सहारे अधीनस्थ चयन आयोग की परीक्षा पास की है.

यह भी पढ़ेंः 'जैसी ग्राहक की डिमांड, वैसी मार्कशीट' 30 हजार में फर्जी सर्टिफिकेट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश

पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि संतोष कुमार गौड़ स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट बन चुका है और इस समय लखनऊ के गोमती नगर में रह रहा है. पुलिस ने मंगलवार शाम फर्जी मार्कशीट के सहारे स्ट्रेटिक मजिस्ट्रेट बनने वाले संतोष कुमार गौड़ को गिरफ्तार कर लिया.

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मामले को लेकर क्या बोले एसीपी?

कल्याणपुर के एसीपी विकास पांडे का कहना है कि कानपुर सिटी के अधिकारी के द्वारा शिकायत की गई थी कि उनके यहां छात्र संतोष कुमार ने फर्जी ढंग से बीएससी की मार्कशीट किसी तरह बनवाई है, उसी के सहारे वह अधीनस्थ चयन आयोग की परीक्षा पास कर चुका है. पुलिस ने इस रिपोर्ट के आधार पर जांच करके संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. आगे मामले की जांच की जा रही है कि मार्कशीट किसने और कहां से बनवाई थी.

 

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