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Uttar Pradesh: फुटपाथ पर तड़प रही थी महिला… पास से गुजर रही नर्सों ने कराई नॉर्मल डिलीवरी

सड़क किनारे एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी. किसी भी समय वह बच्चे को जन्म दे सकती थी. उसका पति लोगों से मदद की गुहार लगा रहा था. तभी भगवान बनकर एक नर्स वहां पहुंची. उसने अपनी दोस्त नर्स को फोनकर वहां बुलाया और महिला की नॉर्मल डिलीवरी करा दी. महिला और उसके नवजात शिशु, दोनों की हालत अब स्थिर है. 

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परी चौक पर महिलाओं की डिलीवरी कराने वाली नर्सों ने बताई पूरी घटना.
परी चौक पर महिलाओं की डिलीवरी कराने वाली नर्सों ने बताई पूरी घटना.

कहते हैं डॉक्टर भगवान का रूप होता है. इसकी बानगी ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर देखने को मिली. फुटपाथ पर एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी. मदद के लिए उसका पति लोगों से गुहार लगा रहा था. तभी अचानक से ड्यूटी जा रही दो नर्स ने उन्हें देखा. सड़क किनारे ही कपड़ों को तानकर महिला की नॉर्मल डिलीवरी करा दी. 

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फिर नवजात शिशु और मां को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दोनों की हालत स्थिर है. वहीं, अस्पताल के सीनियर डॉक्टर ने इन दोनो नर्सों के इस काम की सराहना करते हुए 5100-5100 रुपए का पुरस्कार देने की बात कही है. बता दें कि मंगलवार सुबह करीब 10 बजे रेनू शारदा अस्पताल में अपनी ड्यूटी के लिए जा रही थीं.

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परी चौक पर प्रशांत अपनी पत्नी की मदद के लिए लोगों से गुहार लगा रहे थे. इधर, उसकी पत्नी रोशनी प्रसव पीड़ा से बुरी तरह तड़प रही थीं. तभी रेनू ने अपनी दोस्त नर्स ज्योति को फोन किया. फिर दोनों ने वहीं फुटपाथ पर एक दो अन्य महिलाओं की मदद से कपड़ों को ताना और नॉर्मल डिलीवरी करवाई.

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उसके तुरंत बाद नर्स को लगा कि रोशनी को इलाज की सख्त जरूरत है. ऑटो बुक करके महिला को शारदा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां तुरंत इलाज मिलने से नवजात शिशु और मां की न सिर्फ जान बच गई, बल्कि दोनों अब पूरी तरह से स्वस्थ भी हैं.

नर्सों ने फुटपाथ पर कराई डिलीवरी- डॉक्टर रुचि श्रीवास्तव 

शारदा हॉस्पिटल की शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रुचि श्रीवास्तव और नर्स रेनू ने बताया कि सुबह के समय वह ऑटो से अस्पताल में अपनी ड्यूटी पर जा रही थीं. जैसे ही वह परी चौक के पास पहुंचीं, तो उन्होंने देखा कि एक महिला सड़क किनारे प्रसव पीड़ा से तड़प रही है. उस महिला की डिलीवरी किसी भी समय हो सकती है. 

रेनू ने अपनी महिला मित्र ज्योति को फोन करके मौके पर बुलाया. उन्होंने आस-पास की जगह को कपड़े से कवर कर महिला डिलीवरी करवाई. नवजात शिशु को कोई इंफेक्शन न हो इस वजह से अपनी जैकेट में लपेटकर अस्पताल ले आए. दोनों ने पहले ही इस पूरे वाक्य की सूचना अस्पताल में दे दी थी. 

अस्पताल में पहले से हो गई थी पूरी तैयारी 

अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले से पूरी तैयारी कर रखी थी. इसके बाद नवजात शिशु और उसकी मां, दोनों को एडमिट कर उनका इलाज शुरू कर दिया गया. फिलहाल, नवजात शिशु और उसकी मां दोनों स्वस्थ हैं. अस्पताल प्रशासन की तरफ से दोनों नर्सों को 5100-5100 का इनाम दिया गया है, जिससे दोनों नर्स काफी खुश हैं. 

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पति प्रशांत कुमार ने जताया हॉस्पिटल का आभार 

वहीं, ग्रेटर नोएडा में टेलर का काम करने वाले महिला के पति प्रशांत कुमार ने ‘आजतक’ को बताया कि कल शाम ग्रेटर नोएडा के ही एक अस्पताल में दिखाने गए थे. वहां ऑपरेशन से डिलीवरी करने की बात कही गई थी. इसके बाद वह अपने घर चले गए. सुबह के समय जब वह शारदा अस्पताल में चेकअप के लिए जा रहे थे, तभी परी चौक के पास अचानक से पीड़ा होने के कारण उनकी पत्नी सड़क किनारे बैठ गई. वहां से गुजर रही दोनों नर्स ने सकुशल डिलीवरी कराई. इसके लिए अस्पताल का बहुत-बहुत आभार. 

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