हाथरस हादसे से जुड़े नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' के समागमों में आखिर लाखों की भीड़ पहुंचती क्यों है, कैसे 'पानी वाला चमत्कार' दिखाकर बाबा लोगों को अपने भ्रमजाल में फंसाते रहे, कैसे अपने आश्रम में लगे करीब आधा दर्जन हैंडपंप के पानी से लाइलाज बीमारियों को भगाने का दावा करते थे बाबा? आजतक ने इन सवालों को लेकर भोले बाबा के आश्रम पहुंचा और उनके दावों की पड़ताल की. इस ग्राउंड रिपोर्ट में चौंकाने वाली बातें पता चलीं.
नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' के धाम के बाहर 6 हैंडपंप लाइन से लगे हैं. धाम पर आने वाले उनके अनुयायी हैंडपंप चलाकर पानी पीते हैं. उनका दावा है कि इन हैंडपंप का पानी चमत्कारी है. आजतक ने बाबा की एक बुजुर्ग महिला भक्त से बात की, जिसने नारायण साकार हरि की अदृश्य शक्तियों को लेकर अजीबोगरीब दावे किए. महिला के मुताबिक उसने भोले बाबा की उंगुली पर भगवान शंकर को देखा. बाबा के एक पुरुष अनुयायी ने तो यहां तक दावा कर दिया कि नारायण हरि ब्रह्म हैं.
एक अनुयायी ने कहा- आत्माओं को जागृत करते हैं बाबा
उसने कहा, 'साकार में भी वही हैं और निराकार में भी वहीं हैं. वह आत्माओं को जागृत करने की शक्ति रखते हैं. उनके जैसा न कोई था, न है और न होगा'. बाबा नारायण हरि को लेकर उनके भक्त यही दावा करते हैं कि वह कलयुग में ईश्वर के अवतार हैं. वही ईश्वर आज के दौर में डॉक्टर बनकर अपनी अदृश्य शक्तियों से लाइलाज बीमारियों का इलाज कर रहे हैं. आजतक ने बाबा के अनुयायियों से पूछा कि इलाज कैसे होता है, तो उनका जवाब था- धाम के बाहर लगे हैंडपम्पों के चमत्कारी पानी से.
बाबा के चमत्कारी पानी से कुष्ठ रोग ठीक होने का दावा
बाबा के एक भक्त ने कहा कि उसकी पत्नी को पथरी की दिक्कत थी, लेकिन नारायण हरि का नाम लेने मात्र से ही पथरी पेशाब के रास्ते बाहर निकल गई और महिला ठीक हो गई. वहीं एक शख्स ने कहा किआगरा के एक प्रोफेसर के बेटे को कुष्ठ रोग था. वह उसे बहादुरनगर धाम लेकर आए. बाबा ने अपने सेवादारों से प्रोफेसर के बेटे को हैंडपंप के पानी से नहलाने के लिए कहा और चार दिन में उसका कुष्ठ रोग ठीक कर दिया. एक बंदे ने दावा किया कि उसे बिजली का करंट लगा था, वह सैफई मेडिकल कॉलेज में भर्ती था और बाबा की कृपा से ही बचा. यह कहने पर कि सैफई के अस्पताल में उसका इलाज तो डॉक्टर ने किया होगा, उसने कहा- डॉक्टर तो सिर्फ माध्यम थे, कृपा बाबा की थी, जिस कारण मेरी जान बची.
बाबा का चमत्कारी पानी पीने से मुराद पूरी होने का दावा
बाबा ने अपने गांव बहादुरनगर में अपना धाम बना रखा है. उनके अनुयायी कहते हैं कि धाम में लगे हैंडपम्पों के चमत्कारी पानी से बड़ा से बड़ा रोग चुटकी बजाते ही ठीक हो जाता है. चमत्कारी पानी पीने से हर तरह की मुराद पूरी होती है. मीलों से लोग धाम आते हैं और पानी लेकर जाते हैं. क्योंकि उनका मानना है कि इस पानी से उनके जीवन की सारी समस्याएं दूर जाएंगी. धाम के बाहर मौजूद एक शख्स से आजतक के संवाददाता हिमांशु मिश्रा ने बात की, तो उसने कहा, 'मुझे गैस बनती थी, यहां के हैंडपंप से पानी पिया तो आजतक नहीं बनी'.
हैंडपंप के पानी से कैंसर, हृइय रोग ठीक होने का भी दावा
कई ऐसे भी भक्त मिले जिन्होंने दावा किया कि नारायण हरि के धाम के बाहर लगे हैंडपंप का पानी पीने से कैंसर ठीक हो गया, दिल का रोग सही हो गया. एक शख्स ने कहा कि मैं मरते-मरते बचा हूं. अगर यह पानी नहीं होता तो मैं आज जिंदा नहीं होता. हाथरस, मैनपुरी, एटा, इटावा, अलीगढ़ समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उनके अनुयायी भोले बाबा के चमत्कार के किस्से सुनाते नहीं थकते. वे उन्हें ईश्वर का अवतार मानते हैं. हालांकि, आजतक की टीम को कुछ ऐसे भी लोग मिले जिन्होंने चमत्कारी पानी को कोरी अफवाह बताया. उन्होंने कहा कि भोले बाबा को लेकर उनके अनुयायियों के दावे फर्जी है और अंधविश्वासी से ज्यादा कुछ नहीं.