प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट में आज माफिया अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटों के कथित तौर पर लापता होने को लेकर सुनवाई होगी. अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन की अर्जी पर शाम करीब चार बजे कोर्ट सुनवाई करेगा. मामले में प्रयागराज पुलिस ने अपनी लिफाफ बंद रिपोर्ट पहले ही दाखिल कर दी है.
इससे पहले प्रयागराज पुलिस ने कोर्ट में जवाब दाखिल कर कहा था कि अतीक के बेटे लावारिस हालत में मिले थे. नाबालिग होने की वजह से उन्हें बाल संरक्षण गृह में दाखिल करा दिया गया था. मगर, शाइस्ता की अर्जी में कहा गया है कि पुलिस इस मामले में झूठ बोल रही है और उनके बेटे बाल संरक्षण गृह में नहीं हैं. आज सीजेएम कोर्ट में पुलिस की रिपोर्ट सामने आएगी, जिससे पता चल सकेगा की अतीक के दोनों नाबालिग बेटे कहां हैं.
गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक की पत्नी शाइस्ता ने कोर्ट में अपने दोनों नाबालिग बेटों के लापता होने की अर्जी दी थी. सीजेएम कोर्ट ने प्रयागराज पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी. तब धूमनगंज थाने के एसएचओ राजेश कुमार मौर्य ने अपनी रिपोर्ट में कोर्ट को बताया था कि 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद से शाइस्ता परवीन अपने घर से हट गई थीं.
उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि 2 मार्च को अतीक के दोनों बेटे पुलिस को चकिया के कसारी मसारी इलाके में लावारिस घूमते मिले थे. इसके बाद पुलिस ने उन्हें प्रयागराज के बाल सुधार गृह भेजा दिया था. इसके अलावा पुलिस अतीक के परिवार की किसी से दुश्मनी होने की बात से ही इनकार नहीं किया है.
आरोपियों पर दोगुना किया गया इनाम
जानकारी के लिए बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के पांच आरोपियों पर इनाम की राशि ढाई लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख कर दी गई है. आरोपियों में असद पुत्र अतीक अहमद निवासी चकिया, अरमान पुत्र समीम निवासी एमजी मार्ग, गुलाम पुत्र मकसूदन निवासी मेंहदौरी, गुड्डू मुस्लिम पुत्र शरीफ निवासी लाला की सराय और साबिर पुत्र नसीर निवासी मरियाडीह के नाम शामिल हैं. ये सभी प्रयागराज के रहने वाले हैं.
शूटरों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही
बता दें कि यूपी के प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. इस वारदात में शामिल शूटरों को पकड़ने के लिए पुलिस और एसटीएफ दिन रात छापेमारी कर रही है. इस हत्याकांड को अंजाम देने में बाहुलबली अतीक अहमद के बेहद करीबी गुड्डू मुस्लिम का नाम भी सामने आया है. गुड्ड मुस्लिम बम बनाने में माहिर है और वो चलते-फिरते भी बम बना लेता है. उमेश पाल की हत्या के दौरान भी जमकर बमबाजी की गई थी, जिसमें बमबाज गुड्डू मुस्लिम का नाम सामने आया है.