रामोत्सव से पहले अयोध्या की कड़ी किलाबंदी की जा रही है. रामनगरी में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक पहले अयोध्या का चप्पा-चप्पा सुरक्षा के घेरे में लाया जा रहा है. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर योगी सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था का पूरा खाका तैयार किया है.
सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस हर जगह मौजूद रहेगी. इसके साथ ही नई तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. अयोध्या में बिना अनुमति ड्रोन नहीं उड़ाए जा सकेंगे.
राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर खुफिया विभाग चारों ओर सक्रिय रहेगा और खासतौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भी मदद ली जाएगी और अराजकतत्वों की जानकारी के साथ ही उन पर पैनी नजर रहेगी.
कई माध्यमों से दी जाएगी डायवर्जन की जानकारी
इसके अलावा 22 और 23 जनवरी को भारी वाहन शहर के भीतर से होकर नहीं जाएंगे. जिन लोगों को आमंत्रण दिया गया होगा, उनके आने के लिए बेहतर व्यवस्था रहेगी. मगर, अन्य छोटे वाहनों के लिए भी अलग व्यवस्था लागू की जाएगी, ताकि वे अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें. डायवर्जन की जानकारी कई माध्यमों से दी जाएगी.
ऐसी है अयोध्या की सुरक्षा की तैयारी
पहली बार यूपी में लगेंगे एआई पावर्ड कैमरे
'आजतक' की टीम नया घाट के यलो जोन कंट्रोल रूम में पहुंची. वहां पर हाईटेक कैमरों के जरिए सीसीटीवी से शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ऐसे मॉनिटरिंग सेल बनाए जा रहे हैं, जहां पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके हर एक चेहरे पर नजर रखी जाएगी.
यदि कोई संदिग्ध परिस्थिति दिखती है, तो कंट्रोल रूम तुरंत इस संबंध में चौकी और बैरिकेड को अलर्ट कर सकता है. ये पहली बार है कि यूपी में एआई-पावर्ड कैमरे लगाए जा रहे हैं. इन विशेष निगरानी कैमरों को 'लोगों की खोज' करने के लिए प्रोग्राम किया गया है, जो लिंग, आयु, ऊंचाई, श्रेणियां, आदमी, लड़का, बच्चा, बुजुर्ग और शरीर के आयाम जैसे वर्णनात्मक विवरणों पर आधारित है. इससे सुरक्षा को मजबूत करने में काफी मदद मिलेगी.
रिवर सिक्योरिटी को भी किया जाएगा बेहतर
आजतक से बातचीत में अयोध्या के आईजी रेंज प्रवीण कुमार ने बताया कि जल्द ही राम मंदिर के लिए नई सुरक्षा योजना लागू होगी. इसके तहत कोई भी व्यक्ति बगैर जांच-पड़ताल के मंदिर के आस-पास भी नहीं फटक सकेगा. जगह-जगह चेकिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे. इसके अलावा 2,500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे.
भविष्य में रिवर सिक्योरिटी को भी मजबूत किया जाएगा और नदी के किनारे सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था की जाएगी. लोकार्पण के समय की सुरक्षा व्यवस्था के तहत जिले में 37 शासकीय और अशासकीय जमीनों पर पार्किंग व्यवस्था होगी. वहां भी कैमरे लगे होंगे. अयोध्या में बगैर अनुमति के इस इलाके में ड्रोन नहीं उड़ाए जा सकेंगे.