उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में भी एक दुर्लभ प्रजाति के हिमालयन गिद्ध को गांव वालों ने पकड़ा है. उसे रेस्क्यू करके वन विभाग की टीम ने डॉक्टरों की देखरेख में उस क्वारंटाइन कर दिया है. अभी वो शिथिल अवस्था में और उसकी हालत स्थिर होने के बाद गिद्ध को चिड़ियाघर में छोड़ा जाएगा. यह गिद्ध हिमालय पर्वत में 13000 फीट की ऊंचाई पर बर्फ की चोटियों पर पाए जाते थे, जो अब देखने को नहीं मिलते हैं.
ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को सौंपा
वैसा ही एक हिमालयन वल्चर कानपुर देहात के अकबरपुर तहसील के जगदीशपुर गांव में ग्रामीणों ने एक खेत लगे ट्यूबवेल के पास पकड़ा. उसको पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को सौंप दिया. वन विभाग की टीम गिद्ध को लेकर अकबरपुर वनरेंज कार्यालय पहुंची. इसके बाद पशु चिकित्सक की देखरेख में उसे कॉरेंटाइन कर दिया.
हालत स्थिर होने पर भेजा जाएगा चिड़ियाघर
अकबरपुर वनरेंजर सर्वेश कुमार सिंह ने बताया कि एक गिद्ध को अकबरपुर तहसील के जगदीशपुर गांव में पकड़ा गया है। ग्रामीणों ने उस हिमालयन वल्चर को पकड़ने की सूचना वन विभाग की टीम को दी थी. इसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने रेस्क्यू कर पशु चिकित्सक के पास पहुंचा दिया है. उनकी देखरेख में गिद्ध का इलाज किया जा रहा है और उसे क्वारंटाइन कर दिया गया है. उसकी हालत स्थिर होने के बाद अधिकारियों के निर्देश पर पास के चिड़ियाघर में भेज दिया जाएगा.
इससे पहले कानपुर में मिला था दुर्लभ गिद्धों का जोड़ा
देश में गिद्ध विलुप्त श्रेणी में आ गए हैं. इससे पहले भी कानपुर में हिमालयन गिद्ध का जोड़ा पकड़ा गया था. उसे भी कानपुर के चिड़ियाघर में ही रखा गया था. कानपुर के ईदगाह में स्थानीय लोगों ने एक हिमालयन गिद्ध को पकड़ा था. उसको वन विभाग के हवाले कर दिया गया था.
उसके एक सप्ताह बाद उसके एक दूसरे गिद्ध को वन विभाग की टीम ने कायमगंज से पकड़ा था. इन जोड़ों को कानपुर के चिड़ियाघर में क्वारंटाइन करने के बाद पिंजड़े में डाल दिया गया था. उनको देखने के लिए लोगो की भीड़ इक्कठा हो गई थी.