इस बार होली रमजान के दौरान पड़ रही है, ऐसे में संवेदनशील जिलों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यूपी पुलिस हाई अलर्ट पर है. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत किया जाए. इसी क्रम में मुरादाबाद रेंज के डीआईजी मुनिराज जी खुद अति संवेदनशील जिले संभल पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
संभल पहले से ही संवेदनशील माना जाता है. 24 नवंबर की हिंसा के बाद रमजान के महीने में इस बार होली पड़ रही है. ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने विशेष रणनीति तैयार की है. डीआईजी मुनिराज जी ने संभल पुलिस लाइन में दंगा नियंत्रण ड्रिल का रिहर्सल करवाया, जिसमें पुलिस बल को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया गया. एंटी-रायट गन, टीयर गैस और अन्य सुरक्षा उपकरणों की जांच की गई, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से तुरंत निपटा जा सके.
अधिकारियों का पैदल मार्च :
डीआईजी मुनिराज ने संभल के संवेदनशील इलाकों में डीएम, एसपी और भारी पुलिस बल के साथ पैदल मार्च किया. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिश्रित आबादी वाले इलाकों का विशेष रूप से दौरा किया, जहां होली के जुलूस और जुमे की नमाज के दौरान भीड़ अधिक हो सकती है. होलिका दहन और होली के जुलूस के सभी मार्गों की गहन समीक्षा की गई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
कोई भी गैर-परंपरागत गतिविधि बर्दाश्त नहीं होगी : डीआईजी
संभल में कानून-व्यवस्था को लेकर डीआईजी मुनिराज जी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी धार्मिक आयोजनों को पारंपरिक तरीके से ही मनाया जाए.उन्होंने कहा, रमज़ान और होली एक साथ पड़ रहे हैं, ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरे जिले में सतर्कता बढ़ा दी गई है. असामाजिक तत्वों को पहले ही चिह्नित कर पाबंद किया जा चुका है, अगर कोई माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने यह भी कहा कि होली और रमज़ान के मद्देनजर सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे स्थानीय समुदायों के साथ लगातार संवाद बनाए रखें और शांति समिति की बैठकों का आयोजन करें, ताकि किसी भी तरह की अफवाह फैलने से पहले ही उसे रोका जा सके.
"SAFE SAMBHAL" प्रोजेक्ट के तहत सीसीटीवी और फेस रिकॉग्निशन तकनीक का इस्तेमाल :
संभल प्रशासन ने "SAFE SAMBHAL" प्रोजेक्ट के तहत 600 से अधिक गांवों और 200 से ज्यादा प्रमुख चौराहों पर हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है. इनमें फेस आइडेंटिफिकेशन सिस्टम लगे होंगे, जिससे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को आसानी से पहचाना जा सकेगा. हाल ही में हुई हिंसा के कई आरोपी अभी भी फरार हैं, ऐसे में यह तकनीक पुलिस के लिए बेहद कारगर साबित होगी.
धार्मिक आयोजनों के दौरान पुलिस की खास रणनीति
होली जुलूस के मार्गों पर विशेष निगरानी: पुलिस ने पहले से ही होली जुलूस के रास्तों को चिन्हित कर लिया है और वहां अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.चूंकि इस बार होली और जुमे की नमाज का दिन एक ही पड़ रहा है, इसलिए पुलिस ने मस्जिदों और प्रमुख धार्मिक स्थलों के बाहर भी अतिरिक्त फोर्स तैनात करने का निर्णय लिया है.वहीं सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस आईटी सेल एक्टिव मोड में है और किसी भी भ्रामक खबर या भड़काऊ पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.