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हनीट्रैप में फंसा रिटायर्ड दारोगा, फर्जी CBI अधिकारी बनकर वसूले 1 लाख 75 हजार रुपये

बरेली जिले में एक रिटायर्ड दारोगा हनीट्रैप के जाल में फंसा. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि 11 मार्च को उनके पास पूजा नाम की एक लड़की का कॉल आया. कुछ देर इधर-उधर की बातें करने के बाद उसने व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल किया. देखते ही देखते वह न्यूड हो गई और मेरा भी एक न्यूड वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. फिर 20 लाख रुपये की डिमांड करने लगी.

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(प्रतीकात्मक फोटो)
(प्रतीकात्मक फोटो)

उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हनीट्रैप के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बदमाश हाईप्रोफाइल लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. इसमें कई पुलिसकर्मी, बड़े कारोबारी और स्टूडेंट्स हैं. लगातार एक के बाद एक मामले आने से पुलिस अधिकारी भी हैरान है. हाल ही में एक एक रिटायर्ड दारोगा को हनीट्रैप गैंग ने अपने जाल में फंसाया और 1 लाख 75 हजार रुपये ऐठें. इसके बाद रिटायर्ड दारोगा ने थाने में शिकायत दर्ज कराई. 

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पीड़ित दारोगा की शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और सुभाष नगर में हनीट्रैप गैंग के 6 सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज किया. पुलिस आरोपियों की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने का दावा भी कर रही है. 

लड़की का आया था पहले व्हाट्सएप कॉल

पीड़ित रिटायर्ड दारोगा ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि 11 मार्च को उनके पास एक लड़की का कॉल आया और उसने अपना नाम पूजा बताया कुछ देर इधर-उधर की बातें करने के बाद उसने व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल किया. देखते ही देखते वह न्यूड हो गई और मेरा भी एक न्यूड वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. इसके बाद 20 लाख रुपये की डिमांड करने लगी. रुपये देने से इनकार करने पर धमकी दी. 

फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर किया फोन

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इतना ही नहीं रुपयों के लिए दबाव बनाने के लिए वीडियो कॉल आया. शख्स वर्दी में था और खुद को सीबीआई में तैनात आईपीएस अधिकारी बता रहा था. उसने अपना नाम आलोक कुमार बताया. धमकी देते हुए उसने कहा कि तुम्हारा अश्लील वीडियो सोशल मीडिया के चार प्लेटफॉर्म पर वायरल कर दिया है. अगर हटाने चाहते हो तो रुपये देने पडे़ंगे. 
 
पहली बार ट्रांसफर कराए 57 हजार रुपये
पीड़ित का कहना है कि सोशल मीडिया से वीडियो हटाने के नाम पर इनसे ₹57000 मांगे. जो कि इन्होंने ऑनलाइन ट्रांसफर भी कर दिए. इसके बाद 10 हजार स्वाति मिश्रा के खाते में भेजे गए और डेढ़ लाख रुपये प्रकाश गुप्ता के खाते में डलवाए. 
 
दोबारा से मांगे 83 हजार रुपये

इसके बाद पीड़ित से कुछ दिन बाद 83 हजार रुपये  की डिमांड की. इस बार संजय सिंह का कॉल आया. जब इन्होंने रुपये देने से इंकार कर दिया तो धमकी दी जाने लगी और उसके बाद उन्होंने अपना नंबर बंद कर लिया. 
 
शहर में लगातार बढ़ रहे हैं हनी ट्रैप के मामले

बता दें कि शहर में लगातार हनीट्रैप के मामले बढ़ते जा रहे हैं इससे पहले हनीट्रैप केस में पीलीभीत में तैनात एक दारोगा भी फंस चुके हैं. इसी जिले में हनीट्रैप गैंग में कई डॉक्टर स्टूडेंट भी फंस चुके हैं. बरेली में हनीट्रैप गैंग में फंसने के बाद एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में बदायूं की रहने वाली आरोपी हिमानी शर्मा को जेल भेज दिया गया था और बाकी की तलाश में पुलिस लगी हुई है. पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में लगी है. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. 

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