यूपी के कानपुर में बीते दिनों दो नाबालिग लड़कियों से दरिंदगी की वारदात सामने आई थी. इस घटना के बाद दोनों ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को अरेस्ट किया है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. आरोपियों के मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं.
बताते चलें कि यहां एक ईंट-भट्ठे पर काम करने वाला एक परिवार झोपड़ी में रहता था. बीते मंगलवार को सभी मजदूरों को लेकर ईंट-भट्ठे का ट्रैक्टर बाजार से सब्जी लेने गया था. उसी ट्रैक्टर में इस परिवार की दो लड़कियां भी थीं. ठेकेदार राम रूप का बेटा रज्जू और भांजा संजय भी साथ गए थे.
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आरोप है कि उन्होंने रास्ते में ट्रैक्टर रुकवाकर शराब ली. इसके बाद जब सभी लोग भट्ठे पर पहुंच गए तो शाम को ये दोनों लड़के उनकी झोपड़ी में घुस गए. वहां दोनों नाबालिग लड़कियां (16 साल और 14 साल) और उनकी एक बहन भी साथ थी. उसे दोनों लड़कों ने मारकर भगा दिया.
इसके बाद उन दोनों लड़कियों को शराब पिलाई और मारपीट की. उनके साथ रेप किया और वीडियो बना लिया. किसी तरह उनके चंगुल से छूटी लड़कियों ने दौड़कर अपने चाचा से पूरी बात बताई. इसी बीच आरोपियों ने उनके चाचा को भी पीटा. मारपीट, रेप और बेज्जती की वजह से दोनों लड़कियों ने एक ही दुपट्टे को फाड़कर अलग-अलग फंदा बनाया और पेड़ से लटककर जान दे दी थी.
मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने गुरुवार को ठेकेदार राम रूप, रज्जू और संजय को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. पकड़े जाने के बाद आरोपियों ने कहा कि हमने रेप नहीं किया और न ही कोई वीडियो बनाया. पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे हैं.
जॉइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र का कहना है कि बच्चियों के पिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर तीनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार हमीरपुर का रहने वाला है. रेप और बेटियों की मौत के बाद परिवार ईंट-भट्ठे का काम घर छोड़कर अपने गांव लौट गया है.