माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा पर जबरन वसूली करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. आरोप है कि प्रयागराज के प्लाई और सनमाईका व्यापारी से तीन करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी. इस मामले में ही विजय मिश्रा पर अतरसुइया थाने में एफआईआर दर्ज हुई है.
वहीं, अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने 'आजतक' से बातचीत में बताया कि मैंने व्यापारी सईद अहमद से अपने घर में एक लाख 20 हजार की लकड़ी का काम कराया था. इसमें से एक लाख रुपये दे भी दिए थे.
मेरा जो ऑडियो वायरल हुआ है और एफआईआर में जो धमकी देने की बात कही गई है, उस वक्त मेरे क्लाइंट अतीक और अशरफ की हत्या हो गई थी. घटनास्थल पर मैं भी मौजूद था. लिहाजा, मैं हर तरफ से परेशान था.
मजाकिया लहजे में हिसाब-किताब की कही थी बात
व्यापारी का जब मेरे पास फोन आया, तो मैंने मित्रता में मजाकिया लहजे में तीन करोड़ के हिसाब-किताब की बात कही थी. प्लाईवुड व्यापारी सईद अहमद और अतीक के बीच तीन करोड़ के लेन-देन का हिसाब किताब की कोई बात मेरी जानकारी में नहीं है. मैंने सिर्फ मजाक में यह बात कही थी. मेरा फोन सर्विलांस पर था.
रंगदारी मांगने की बात पूरी तरह झूठी- अतीक के वकील
यह बात पुलिस के द्वारा सुने जाने पर पुलिस ने दबाव में लेकर यह एफआईआर दर्ज करवाई गई है. हमारे बीच कोई विवाद नहीं रहा है. न ही मेरे फोन कॉल में भी कोई धमकाने या रंगदारी वसूली जैसी बात कही गई है.
यह एफआईआर पुलिस की तरफ से उन पर दबाव बनाने के लिए लिखवाई गई है, ताकि वह अतीक के परिवार वालों का केस लड़ना बंद कर दें. तीन करोड़ की रंगदारी मांगने की बात पूरी तरह झूठी है.