उत्तर प्रदेश का वाराणसी शहर होली के रंग में रंग गया है. साथ ही यहां के बाजार में इस बार होली पर भगवान शिव के त्रिशूल वाली पिचकारी ने धूम मचा रखी है. इसके अलावा भगवान परशुराम के फरसे वाली पिचकारी की भी खासी डिमांड बाजार में देखने को मिल रही है. त्रिशूल और फरसे के अलावा और भी तरह की तमाम पिचकारियां बाजार में मौजूद हैं.
भोलेनाथ की नगरी काशी होली के त्योहार के लिए जानी जाती है. यहां होली को लोग बड़े ही जोश और उमंग के साथ अनोखे तरीके से मनाते हैं. होली के लिए शहर के बाजार पूरी तरह से सज गए हैं. रंग और पिचकारी के दुकानदार राजेश सोनकर ने बताया कि काशी भगवान भोले की प्रिय नगरी है. यहां हर कोई भगवान शिव के रंग में रम जाता है.
बच्चों की पहली पसंद त्रिशूल वाली पिचकारी
इसको लेकर इस बार दुकानदारों ने शिव के त्रिशूल वाली पिचकारी मंगवाई है. यह पिचकारी अलग-अलग तीन साइज में है. इसकी कीमत 50 रुपये से लेकर 400 रुपये तक है और ये बच्चों की पहली पसंद भी है. इन पिचकारी के साथ फूलों से बने हर्बल गुलाल और रंग भी लोगों को खूब भा रहे हैं.
त्रिशूल और कुल्हाड़ी वाली पिचकारी शानदार
इसके अलावा स्प्रे रंगों की भी बाजार में खासी डिमांड है. साथ ही साथ अलग अलग डिजाइनर टोपी तरह तरह के रंग बिरंगे बाल युवाओं को आकर्षित कर रहें हैं. वहीं, वाराणसी के ही रहने वाले कैलाश निषाद ने बताया कि इस बार बाजार में कई खास तरह की पिचकारी दिख रही हैं. इसमें त्रिशूल और फरसे वाली पिचकारी बेहद शानदार हैं. इसको लेकर बच्चों में भी काफी उत्साह है.