उत्तर प्रदेश के आगरा में महिला को बेटी पैदा होने पर पति ने घर से निकाल दिया. महिला ने थाना सदर में पति, सास, ससुर, देवर, ननद और जेठ की बेटी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.
पुलिस से की गई शिकायत में महिला ने बताया कि उसकी शादी 4 मार्च 2017 को न्यू आगरा के रहने वाले मदन लाल वाल्मीकि के साथ हुई थी. शादी के कुछ दिन बाद ही ससुराल के लोगों ने दहेज की मांग करना शुरू कर दिया.
इसके बाद उसका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया जाने लगा. पहली बेटी के जन्म के बाद ससुराली जनों का उत्पीड़न बढ़ गया.
परिचित डॉक्टर से करवाया गर्भपात
महिला का आरोप है कि ससुराल के लोगों ने एक बार उसके साथ मारपीट की और मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की. जब वह दूसरी बार गर्भवती हुई, तो ससुराल वाले उसे अपने परिचित डॉक्टर के पास ले गए. उसके गर्भ का लिंग परीक्षण करवाया.
लिंग परीक्षण में दोबारा लड़की होने की जानकारी मिलने पर जबरन गर्भपात करवा दिया गया. विरोध करने पर 27 जुलाई को मारपीट करके घर से निकाल दिया.
महिला का कहना है कि वह अब अपनी दो साल की बेटी के साथ मायके में रह रही है. वहीं, पुलिस ने महिला की तहरीर पर नामजद लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 498, 323, 313 और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धारा 3 और 4 में मामला दर्ज कर लिया है.