गाजीपुर के पूर्व सांसद अफजाल अंसारी भले ही जेल में बंद हों, लेकिन उन पर प्रशासनिक कार्रवाई लगातार हो रही है. शुक्रवार को गाजीपुर में उनके कुर्क बगीचों में लगे आम के फल की नीलामी प्रशासन द्वारा होनी थी. मगर, उन आमों को खरीदने के लिए कोई तैयार नहीं हुआ. इस बात की पुष्टि खुद नीलामी अधिकारी नायब तहसीलदार मजिस्ट्रेट विश्राम यादव ने की है.
नीलामी अधिकारी ने बताया कि जल्द ही कागजी कार्यवाही पूरी कर फिर से नीलामी करवाई जाएगी, जिससे सरकारी राजस्व का नुकसान न हो. पूर्व सांसद अफजाल अंसारी गाजीपुर की जेल में बंद हैं. वह गैंगस्टर एक्ट में सजा काट रहे हैं. उनके भांवरकोल थानांतर्गत धनेठा गांव में 10 बीघे में फैले आम के बगीचे में 70 पेड़ पर लगे हैं.
अनुमानित कीमत अधिक बताकर लौटे खरीदार
बगीचे के पेड़ों में लगे आम की आज नीलामी नहीं हो सकी. इसका कारण यह था कि नीलामी में बोली लगाने पहुंचे खरीदारों ने प्रशासन द्वारा आम की अनुमानित कीमत को अधिक बताया. बता दें कि जिलाधिकारी के निर्देश पर गैंगस्टर एक्ट के तहत पूर्व सांसद अफजाल अंसारी के मोहम्मदाबाद तहसील के धनेठा गांव स्थित बगीचे को कुर्क कर लिया गया था.
नीलामी की राशि 3.58 लाख रुपये की गई था निश्चित
अब धनेठा गांव के बगीचे में लगे आम के 70 पेड़ों में कुल 179 कुंतल फल मानकर राजस्व विभाग की ओर से नीलामी की राशि 3.58 लाख रुपये निश्चित की गई थी. अफजाल अंसारी के बगीचे में लगे आम के फल की नीलामी के मौके पर काफी लोग शामिल हुए थे. मगर, नीलामी की राशि अधिक बताते हुए वे बिना बोली लगाए ही वापस लौट गए.
जल्द ही नियमानुसार निर्धारित की जाएगी अगली डेट
नीलामी प्रक्रिया पूरी करने में लगे नायब तहसीलदार विश्राम यादव ने बताया कि फलों की नीलामी नहीं हो सकी है. इसके लिए जल्द ही नियमानुसार अगली तारीख निर्धारित की जाएगी, ताकि सरकारी राजस्व का नुकसान न हो.