महाकुंभ भगदड़ के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के पास अपनी जांच पूरी करने के लिए एक महीने का समय है. लेकिन वह इसमें तेजी लाने की कोशिश करेगा. जांच पैनल के प्रमुख हर्ष कुमार ने गुरुवार को ये बात कही.
सेवानिवृत्त न्यायाधीश हर्ष कुमार ने न्यूज एजेंसी को यह भी बताया कि आयोग के सदस्य जल्द ही प्रयागराज का दौरा करेंगे. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि हर्ष कुमार और पैनल के सदस्य पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी के गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डी के सिंह अपने कार्यालय पहुंचे और अपना काम शुरू कर दिया.
हर्ष कुमार ने बताया, "हमने घोषणा के कुछ घंटों के भीतर ही कार्यभार संभाल लिया है क्योंकि जांच को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाना है." जांच की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमारे पास एक महीने की समयसीमा है, लेकिन फिर भी हम इसमें तेजी लाने की कोशिश करेंगे."
सेवानिवृत्त न्यायाधीश हर्ष कुमार ने आगे कहा कि आयोग के सदस्य जल्द ही प्रयागराज का दौरा करेंगे. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वे कब जाएंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या तीनों सदस्य अलग-अलग पहलुओं की जांच करेंगे, हर्ष कुमार ने कहा, "हम आपस में इस पर चर्चा करेंगे. अभी विस्तार से नहीं बता सकते."
बता दें कि बुधवार को महाकुंभ के संगम क्षेत्र में सुबह-सुबह मची भगदड़ में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए. इस भगदड़ में लाखों तीर्थयात्री मौनी अमावस्या के अवसर पर पवित्र स्नान करने के लिए संगम तट के पास एकत्र हुए थे. पुलिस के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब भीड़ ने बैरिकेड्स को लांघ दिया और दूसरी तरफ इंतजार कर रहे लोगों को कुचल दिया.