प्रतियोगी परीक्षाओं में कड़ी निगरानी के बावजूद कानपुर में आईटीबीपी सुरक्षा बल (ITBP Exam) एग्जाम में चार छात्र फ्रॉड करके पास हो गए. लेकिन चारों मुन्नाभाई जब अपना मेडिकल कराने ITBP केंद्र पहुंचे तो मामले का खुलासा हो गया. बायोमेट्रिक टेस्ट के दौरान उनकी चोरी पकड़ी गई कि उन्होंने एग्जाम में अपनी जगह सॉल्वर बैठाए थे. फिलहाल, पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. उनसे पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
दरअसल, पकड़े गए चारों मुन्नाभाई साल्वरों के चलते एग्जाम तो पास कर गए. लेकिन मेडिकल के लिए जब पहुंचे तो एग्जाम सेंटर के बायोमेट्रिक से उनका मिलान नहीं हुआ. क्योंकि, उन्होंने अपने जगह साल्वरों को बैठाकर एग्जाम दिलवाया था. बायोमेट्रिक जांच में इन चारों की पोल खुल गई. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके चारों को गिरफ्तार कर लिया.
बायोमेट्रिक टेस्ट में खुली पोल
बता दें कि कानपुर में आईटीबीपी का भर्ती सेंटर है. यहां पर 27 सितंबर को 32वीं वाहिनी में सैनिकों की भर्ती की परीक्षा हुई थी. परीक्षा के बाद उसमें पास हुए छात्रों का गुरुवार को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट था. जिसमें चार छात्रों का जब बायोमेट्रिक टेस्ट किया गया तो उन चारों का बायोमेट्रिक मैच नहीं किया.
जांच हुई तो पता चला कि अभिषेक कुमार, रामकरण, रामदेव और मानवेंद्र कुमार नाम के चारों छात्रों ने साल्वरों को पैसा देकर अपनी जगह परीक्षा दिलवाई थी. हालांकि, साल्वरों ने इनको परीक्षा तो पास करवा दी लेकिन मेडिकल और फिजिकल के दौरान बायोमेट्रिक टेस्ट में ये पकड़े गए. जिसपर आईटीबीपी के उप सेनानायक जीडी दंडपाल ने चारों के खिलाफ महाराजपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
मामले में जॉइन्ट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि चार छात्रों ने अपनी जगह दूसरे से परीक्षा दिलवाई थी. लेकिन बायोमेट्रिक टेस्ट में वह पकड़े गए हैं. उन चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल, जांच जारी है. जल्द ही पूरे रैकेट का खुलासा किया जाएगा.