राजस्थान में यातायात पुलिसकर्मी ट्रैफिक नियमों को छोड़ हर वो काम करते है, जिसके लिए वो जाने नहीं जाते है. मुख्य मार्गो से लेकर गली- नुक्कड़ पर लोगों को चकमा देकर ऐसे छिपे रहते है जैसे कोई मुठभेड़ होने वाली हो. फिर अचानक स्पाइडर-मैन बनकर सड़क पर आ धमकते है और लापरवाह वाहन चालकों को दबोच लेते है.
अब आप यह सोच रहें होंगे कि भला इसमें क्या गलत है? लेकिन जयपुर में एक ट्रेफिक पुलिसकर्मी की इसी स्पाइडर मैन स्टाइल ने एक महिला की हमेशा-हमेशा के लिए जिंदगी छीन ली.
जयपुर के मानसरोवर में शादी की शॉपिंग करके घर लौट रही दो सगी बहनों और मासूम बच्ची को एक ही स्कूटी पर देखकर ट्रैफिक पुलिसकर्मी इस कदर उन्हें पकड़ने के लिए दौड़ा की महिला ने ब्रेक लगाकर टर्न लेने की कोशिश की, तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आ गई. इस हादसे में 28 वर्षीय नीलम चौधरी की मौके पर ही मौत हो गई.
वहीं उसकी बहन 32 वर्षीय अनिला चौधरी को हल्की चोट आई. गनीमत की बात है कि हादसे में मृतका की डेढ़ साल की बच्ची दूर जाकर उछल गई, जिससे उसकी जान बच गई. हादसे के बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा और बड़ी संख्या में लोगों ने बीच सड़क पर शव को रखकर जमकर प्रदर्शन कर हंगामा शुरू कर दिया.
महिला के परिजनों का दावा है कि दोनों ने हेलमेट पहन रखा था लेकिन फिर भी यातायात पुलिसकर्मी उनके पीछे दौड़ा. इसको लेकर लोगों ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी को घेर लिया, जिसके बाद ट्रैफिककर्मी वहां से धीरे भाग निकला.
वहीं ट्रक ड्राइवर भी मौका देखकर रफूचक्कर हो गया. इसके बाद पुलिस ने पहले लोगों से समझाइश कर मामला शांत करवाया. फिर ट्रक को अपने कब्जे में लेकर दस्तावेज के आधार पर चालक की तलाश कर रही है.