राष्ट्रीय लोकदल (RLD) आधिकारिक तौर पर बीजेपी के नेशनल डैमोक्रेटिक अलायंस (NDA) में शामिल हो गई है. जयंत चौधरी ने खुद इसका ऐलान किया है. RLD चीफ जयंत ने शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस मीटिंग के बाद उन्होंने आधिकारिक तौर पर NDA गठबंधन का हिस्सा होने की जानकारी दी.
जयंत चौधरी ने लिखा, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विकास और गरीब कल्याण का समांतर साक्षी बन रहा है! अमित शाह और जेपी नड्डा से भेंट कर NDA में शामिल होने का निर्णय लिया. विकसित भारत के संकल्प और अबकी बार 400 पार के नारे को पूरा करने के लिए NDA तैयार है.'
इस मुलाकात की जानकारी देते हुए जेपी नड्डा ने लिखा, 'आज गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में RLD पार्टी के अध्यक्ष जयंत चौधरी से मुलाकात हुई. मैं उनके एनडीए परिवार में शामिल होने के निर्णय का हृदय से स्वागत करता हूं.'
उत्तर प्रदेश में बीजेपी जयंत चौधरी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) और अनुप्रिया पटेल के नेतृत्व वाली अपना दल सोनेलाल को दो-दो, ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) और डॉक्टर संजय निषाद के नेतृत्व वाली निषाद पार्टी को एक-एक सीटें दे सकती है.
जेपी नड्डा ने आगे लिखा, 'नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत की यात्रा और उत्तर प्रदेश के विकास में आप महत्वपूर्ण योगदान करेंगे. अबकी बार एनडीए 400 पार.'
इसी साल फरवरी में मोदी सरकार ने RLD चीफ जयंत चौधरी के दादा और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का ऐलान किया था. सरकार के इस ऐलान के बाद जयंत काफी भावुक दिखे थे. उन्होंने पीएम मोदी का दिल से शुक्रिया अदा किया था. जब उनसे BJP के साथ हाथ मिलाने को लेकर सवाल पूछा गया तो जयंत ने कहा था,'अब में किस मुंह से इनकार करूं.'
सपा से 2018 उपचुनाव से था गठबंधन
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में आरएलडी और सपा का गठबंधन 2018 के लोकसभा उपचुनाव से था. कैराना लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा ने अपनी नेता तबस्सुम हसन को आरएलडी के सिंबल पर चुनाव लड़ाया था. इस चुनाव में तबस्सुम हसन की शानदार जीत हुई थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. तब सपा ने आरएलडी को तीन सीटें दी थीं, हालांकि किसी भी सीट पर आरएलडी जीत नहीं सकी. 2022 का विधानसभा चुनाव भी सपा और आरएलडी ने मिलकर लड़ा था. इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने आरएलडी को 33 सीटें दी थीं. इनमें से आरएलडी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की थी.