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एक लाख खर्च कर जिस दुल्हन को लाया घर, वो रात के दो बजे चली गई... शादी की खुशियां भी नहीं मना पाया दूल्हा!

झांसी में शादी के नाम पर ठगी करने वाले एक शातिर गैंग का भंडाफोड़ हुआ है. यह गैंग गैर-शादीशुदा युवकों को अपने जाल में फंसाकर शादी का झांसा देता और फिर लाखों रुपये ऐंठकर फरार हो जाता था. इस गैंग की खास बात यह थी कि इसमें खुद एक शादीशुदा महिला दुल्हन बनती थी, जो शादी के बाद फरार हो जाती थी. पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी महिला अभी भी फरार है.

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शादी के बाद दुल्हन फरार. (Representational image)
शादी के बाद दुल्हन फरार. (Representational image)

उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) में एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसे सुनकर हैरान रह जाएंगे. शादी का सपना संजोए एक युवक के साथ ऐसा खेल खेला गया, जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकता था. शादी के नाम पर उसे न केवल ठगा गया, बल्कि उसकी भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ किया गया.

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दरअसल, झांसी के ककरबई थाना क्षेत्र के रहने वाले 38 वर्षीय डालचंद्र की शादी नहीं हो पाई थी. अकेलेपन से परेशान होकर वह लंबे समय से जीवनसाथी की तलाश कर रहे थे. इसी बीच उनकी मुलाकात जबलपुर की रहने वाली रानी तिवारी नाम की एक महिला से हुई. रानी ने डालचंद्र की परेशानी को समझा और उसे शादी कराने का आश्वासन दिया, लेकिन इसके लिए एक लाख रुपये की मांग की. शादी का सपना देख रहे डालचंद्र ने झट से हामी भर दी.

21 मार्च को रानी तिवारी एक लड़की और दो युवकों के साथ डालचंद्र के गांव बरमाईन पहुंची. वहां उसने रोजी नाम की लड़की से मिलवाया और कहा कि यह लड़की शादी के लिए तैयार है. सब कुछ बड़े ही सुनियोजित तरीके से हुआ और डालचंद्र ने खुशी-खुशी एक लाख रुपये सौंप दिए. रकम लेते ही रानी तिवारी और उसके साथी वहां से चले गए. डालचंद्र को लगा कि अब उसकी जिंदगी बदलने वाली है, लेकिन हकीकत कुछ और ही थी.

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यह भी पढ़ें: नोएडा पुलिस ने लुटेरी दुल्हन गैंग के चार सदस्यों को किया गिरफ्तार, शादी के बाद गहने और कैश लेकर हो जाते थे फरार

डालचंद्र की शादी करा दी गई, इसके बाद दुल्हन लेकर वह घर पहुंचा. तीन दिन तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन 24 मार्च की रात कुछ ऐसा हुआ, जिसने डालचंद्र को हिलाकर रख दिया. रात के करीब दो बजे अचानक दो युवक बाइक से आए और सीधे घर में घुस गए. उन्होंने डालचंद्र की नवविवाहिता दुल्हन रोजी के साथ मारपीट शुरू कर दी. जब डालचंद्र ने विरोध किया तो उसे भी धमकाया गया. फिर वे जबरदस्ती रोजी को उठाकर वहां से फरार हो गए. यह देखकर डालचंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई.

पुलिस से की शिकायत, मास्टरमाइंड अब भी फरार

इसके बाद पीड़ित डालचंद्र ने 26 मार्च को थाने पहुंचकर पूरी कहानी पुलिस को बताई. मामला सुनते ही ककरबई थाना प्रभारी विनय साहू ने टीम के साथ जांच शुरू की और महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए आरोपियों में रोजी, उसका पति सगीर, जय कुशवाहा और आदित्य श्रीवास शामिल हैं, जो जबलपुर मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं. इस गैंग की मास्टरमाइंड रानी तिवारी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस का कहना है कि यह गैंग अब तक कई लोगों को इसी तरह धोखा दे चुका है.

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शादी के नाम पर ठगी का रैकेट

पुलिस क्षेत्राधिकारी गरौठा राजेश राय ने बताया कि यह गैंग अविवाहित लोगों को अपने जाल में फंसाकर उन्हें शादी के सपने दिखाता था. पहले पैसे लिए जाते, फिर शादी करवाई जाती और कुछ ही दिनों में दुल्हन फरार हो जाती. जब पीड़ित पुलिस में जाने की सोचता तो उसे डराने-धमकाने की भी कोशिश की जाती थी. पुलिस इस मामले में फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है और जल्द ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा कर रही है.

पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश राय ने बताया कि एसएचओ ककरबई ने अपनी टीम के साथ मिलकर शादी का सांझा देकर अवैध वसूली करने वाले गैंग को पकड़ा है. इस गैंग का नेतृत्व जबलपुर एमपी की रहने वाली रानी तिवारी करती है. इस गैंग में कुछ पुरुष व महिला भी हैं. इससे पहले भी यह लोग अपने कारनामे को अंजाम दे चुके हैं, लेकिन इस बार पकड़े गए.

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