उत्तर प्रदेश के कन्नौज में पुलिस टीम पर फायरिंग करने वाले हिस्ट्रीशीटर अशोक यादव उर्फ मुन्ना यादव पर पुलिस-प्रशासन ने तगड़ा एक्शन लिया है. मुन्ना यादव के मकान पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है. बुलडोजर से अवैध बने मकान को जमीदोंज कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि मुन्ना का मकान बिना नक्शा पास कराए बनाया गया था.
बता दें कि हिस्ट्रीशीटर अशोक उर्फ मुन्ना यादव के मकान पर आज ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई, जिसमें उसका पूरा मकान जमींदोज कर दिया गया. मामले में एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर अशोक उर्फ मुन्ना यादव का मकान आतंक का पर्याय बना हुआ था. उसके मकान की संरचना आपराधिक कार्य करने के उद्देश्य से की गई थी और वह इसमें आपराधिक कार्य करता था.
मालूम हो कि 25 दिसंबर की शाम को हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने के लिए पुलिस थाना बिशुनगढ क्षेत्र के ग्राम धरनी धीरपुर नगरिया गांव गई थी. लेकिन मुन्ना यादव ने घर के अंदर से पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी. इसमें उसका बेटा भी शामिल था. इस फायरिंग में सचिन राठी नाम के सिपाही के गोली लग गई थी. बाद में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया था.
बताया गया कि हिस्ट्रीशीटर ने अपने किलेनुमा घर के बाहर अलग-अलग दिशाओं में सीसीटीवी कैमरे लगा रहे थे. ताकि बाहर हर हलचल पर नजर रखी जा सके. वह सीसीटीवी कैमरों में देखकर पुलिस पर गोलियां बरसा रहा था. उसकी फायरिंग के दौरान लगी गोली ने सिपाही सचिन राठी की जान ले ली.
इस घटना के बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर और उसके बेटे को एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया. दोनों के पैर में गोली लगी थी. इसके बाद हिस्ट्रीशीटर की अवैध संपत्तियों की जांच के लिए राजस्व टीम उसके गांव पहुंची. राजस्व विभाग की टीम मुन्ना यादव की एक-एक संपत्ति की सरकारी कागजों से मिलान की. जांच-पड़ताल के बाद आज एक्शन लिया गया है.
जिस सिपाही की हुई मौत, 2 महीने बाद होनी थी उसकी शादी
हिस्ट्रीशीटर की फायरिंग में सिपाही सचिन राठी को गोली लगी थी. कानपुर में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. सचिन की एक छोटी बहन और एक बड़ा भाई है. पिता खेती-किसानी करते हैं. परिवार मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है.
बताया जा रहा है कि सचिन की मंगेतर भी सिपाही है. दो महीने बाद उनकी शादी होनी थी. लेकिन उससे पहले ही ये दुखद घटना हो गई. घटना के बाद मंगेतर और मृतक के परिजनों का बुरा हाल था.