उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक 72 वर्षीय बुजुर्ग ने ई-रिक्शा वापस लेने के लिए अपने नौजवान भतीजे और उसकी पत्नी को जिंदा फूक कर मार डाला. दोनों को जलाने के लिए आरोपी बुजुर्ग एक साल से पेट्रोल इकट्ठा कर रहा था. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को कोई अफसोस नहीं है कि उसने अपने भतीजे और उसकी पत्नी को जलाकर मार डाला.
कानपुर में मंगलवार को कैंट इलाके में एक 72 वर्षीय फूफा रामनारायण ने अपने भतीजे रामकुमार और उसकी पत्नी सपना को पेट्रोल डालकर जिंदा फूंक दिया था. इनको बचाने गई रामकुमार की बहन मोनिका भी घायल हो गई थी. पुलिस ने सभी घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जहां रामकुमार और उसकी पत्नी सपना की मौत हो गई.
वहीं बहन मोनिका अभी तक गंभीर हालत में भर्ती है. पुलिस ने इस मामले में राम कुमार के पिता की शिकायत पर फूफा रामनारायण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. फूफा मौके से भाग गया था, जिसे आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद फूफा ने कहा कि मैं इसको जलाने के लिए एक साल से थोड़ा-थोड़ा करके पेट्रोल इकट्ठा कर रहा था.
पुलिस के अनुसार, फूफा ने एक रिक्शा खरीद कर अपने बच्चों को दिया था, वह एक साल से ई-रिक्शा वापस मांग रहा था लेकिन भतीजा रिक्शा वापस नहीं कर रहा था क्योंकि फूफा अभी भी उनके घर में ही रहता था... ई-रिक्शा वापस न मिलने पर फूफा ने साजिश रचनी शुरू की और एक साल से पेट्रोल इकट्ठा शुरू कर दिया.
मृतक रामकुमार की दो छोटी बेटियां हैं. वह ई-रिक्शा चलाकर घर का खर्चा चलाता था. अब दोनों बेटियां अनाथ हो गई हैं. इस मामले में पुलिस ने आरोपी फूफा रामनारायण को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.