कानपुर में पूर्व सपा एमएलसी दिलीप सिंह के भतीजे आलोक यादव ने शुक्रवार को घर में भाई की लाइसेंसी पिस्टल से आत्महत्या कर ली. उसने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसकी वजह अभी सामने नहीं आई है. पुलिस की जांच में ये बात समाने आई है कि इसी पिस्टल से गोली मारकर 8 साल पहले उसके पिता ने भी आत्महत्या की थी.
दरअसल, दिलीप सिंह के भतीजे आलोक यादव ने शुक्रवार को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. घटना के बाद जब घरवाले दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो देखा कि उसके हाथ में पिस्टल थी और कमरे में खून फैला हुआ था. इसके बाद परिजन उसको प्राइवेट अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
2015 में पूर्व एमएलसी के भाई ने खुद को मार ली थी गोली
बता दें कि सितंबर 2015 में पूर्व एमएलसी के भाई सुभाष ने इसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली थी. तब यह पिस्टल उनके नाम थी. मौत के बाद पिस्टल बड़े बेटे के नाम पर ट्रांसफर हो गई थी. आरोप लग रहा है कि अपने रसूख के चलते पूर्व सपा एमएलसी ने 8 साल में प्रशासन द्वारा इस असलहे को निरस्त नहीं होने दिया.
पिस्टल को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया- डीसीपी
इस मामले में डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार का कहना है कि बरामद 32 बार की पिस्टल पेरिस की लामा कंपनी की बनी बताई जा रही है. इसका 9-एमएम ब्रांड नेम है और ऑल ऑल इंडिया परमिट है. पिस्टल का कारतूस 8.58 एमएम का है. जांच के लिए पिस्टल को फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है.