किसी ने सच ही कहा ज्ञान को अगर सही दिशा में लगाया जाए तो विद्वान बन जाता है और उसको गलत दिशा में लगाया जाए तो अपराधी बनने में देर नहीं लगती. कानपुर में मंगलवार को नकली नोट छापने वाले एक गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया. इस गैंग में पीएचडी और बीटेक छात्र नकली नोटों का कारोबार कर रहे थे.
पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों के पास से चार लाख 67 हजार के नकली नोट बरामद किए हैं. कानपुर की क्राइम ब्रांच और गोविंद नगर पुलिस ने मंगलवार को इस गैंग के विमल सिंह, सौरभ सिंह समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें विमल सिंह जहां बीटेक की पढ़ाई कर चुका है, जबकि सौरभ ने पीएचडी किया है.
यह लोग खुद ही अपने घर पर नकली नोट छाप रहे थे. पुलिस के अनुसार, इन लोगों ने नकली नोट बनाने की पूरी विधि यूट्यूब पर सर्च करके सीखी है. इन लोगों ने सिर्फ 100, 200 और 500 के नोट छापे थे. इन लोगों ने 2000 का नोट नहीं छापा था, क्योंकि 2000 के नोट के चक्कर में पकड़े जाने की ज्यादा संभावना थी.
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड का कहना है कि क्राइम ब्रांच और गोविंद नगर पुलिस ने मिलकर इस गैंग का पर्दाफाश किया है, इसमें तीन आरोपियों को पकड़ा गया है, इनके पास 4 लाख 67 हजार के नोट बरामद किए गए हैं, इन्होंने 2000 का कोई नोट नहीं छापा, यह सारा काम इन्होंने इंटरनेट पर यूट्यूब से सिखा है, इसके दो वीडियो भी इनके पास से मिले हैं.