कानपुर में एक बिल्डर ने डीएम (जिलाधिकारी) के सामने मीटिंग में ही हंगामा कर दिया. हंगामा करते हुए वह डीएम से भिड़ गया. जिसके बाद डीएम ने उसे सीधे थाने पहुंचा दिया. बिल्डर पर शांति भंग की धारा-151 के तहत कार्रवाई की गई है. इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया. जिसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. आइए जानते हैं पूरा मामला...
दरअसल, कानपुर के डीएम विशाख अय्यर कानपुर विकास प्राधिकरण (KDA) के वीसी भी हैं. बीते गुरुवार को वो विकास प्राधिकरण की विकास योजना को लेकर मीटिंग कर रहे थे. बताया जा रहा है कि इसी दौरान पनकी (गंगागंज) इलाके का बिल्डर विनोद गर्ग उनकी मीटिंग में घुस आया. उसने मीटिंग में आने की कोई परमिशन भी नहीं ली थी.
मीटिंग में वह अपनी जमीन को लेकर जोर-जोर से बोलते हुए बात रखने लगा. जिसपर डीएम ने उससे कहा कि शांति से अपनी बात रखो. इस बीच एक अधिकारी ने बिल्डर के बारे में कहा कि तुमने हाईवे रोड से गंगागंज को जोड़ने वाली सड़क जो KDA ने बनवाई थी उसको क्यों काट दिया. इस पर बिल्डर विनोद गर्ग भड़क गया और कहने लगा हां मैंने रोड काटी है, क्योंकि वह मेरी जमीन पर है. मेरी जमीन का मुकदमा एसडीएम कोर्ट में चल रहा है. KDA उसपर जबरदस्ती कब्जा कर रहा है.
इस टोन में बात ना करो: डीएम
मीटिंग में विनोद गर्ग जोर-जोर से बोलने लगा, जिसपर फिर से डीएम ने उसको समझाया इस टोन में बात ना करो, नहीं तो तुमको बाहर कर दिया जाएगा. लेकिन विनोद नहीं माना. आखिर में डीएम ने स्वरूप नगर थाने की फोर्स बुलाकर बिल्डर विनोद गर्ग को पुलिस को सौंप दिया.
KDA के विशेष अधिकारी रवि प्रताप सिंह ने बिल्डर के खिलाफ तहरीर दी है कि उसने मीटिंग में आकर हंगामा किया और दावा किया कि प्राधिकरण की बनाई करोड़ों की सड़क को काट दिया. वहीं, डीसीपी प्रमोद कुमार का कहना है बिल्डर पर शांति भंग की धारा-151 के तहत कार्रवाई की गई है.
उधर, आरोपी विनोद गर्ग का कहना है कि गंगागंज में मेरी जमीन है. KDA उसमें जबरदस्ती अपनी योजना को बस रहा है. उसका मैं विरोध करने गया था. जिस पर डीएम साहब ने कहा तुम इस टोन में बात मत करो. तुमको बाहर कर देंगे तो मैं बाहर चला आया.