यूपी के कानपुर में नशे में धुत एक सिपाही ने अपनी गाड़ी से स्कूटी सवार नाबालिग लड़के को जोरदार टक्कर मार दी. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस सिपाही को थाने ले गई. इसी बीच वहां एक दारोगा जी आ गए और आरोपी सिपाही को लेकर अस्पताल में पीड़ित पक्ष से समझौता करवाने के बहाने फरार हो गए. वहीं, पीड़ित अस्पताल में ही उनका इंतजार करता रह गया.
दरअसल, 16 वर्षीय इकराम एक दुकान में काम करता है. मंगलवार रात जब इकराम काम से घर लौट रहा था तो सामने से तेज गति से आ रही एक गाड़ी ने उसकी स्कूटी पर टक्कर मार दी. सिपाही ने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन भाग नहीं पाया. जिसके बाद वहां पर लोग इकट्ठे हो गए.
फिर पीड़ित के घरवालों को बुलाया गया और साथ ही 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को भी बुला लिया गया. मौके पर पुलिस पहुंची और आरोपी सिपाही को थाने ले आई. इसके बाद पीड़ित लड़के के घरवाले भी थाने पहुंच गए.
इसी दौरान पुलिस ने सिपाही से कहा कि समझौता कर लो नहीं तो मुकदमा लिखना पड़ेगा. लेकिन इतने में उन्नाव में तैनात एक दारोगा वर्दी पहनकर थाने में आए और आरोपी सिपाही को समझौता कराने के बहाने वहां से लेकर फरार हो गए.
उधर, अस्पताल मे पीड़ित का परिवार सिपाही का इंतजार करता रह गया. नाबालिग लड़के को लीला मणि अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिवार के मुताबिक, लड़के के तीन जगह से हड्डी टूट गई है.
आखिर में पीड़ित परिवार की तरफ से दी गई तहरीर पर कैंट थाने में आरोपी सिपाही के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया. मामले पर एसीपी कैंट अंजलि विश्वकर्मा का कहना है की आरोपी सिपाही का नाम मनोज सिंह गंगवार है और वह उन्नाव के किसी थाने में तैनात है. फिलहाल, आरोपी के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है. जांच के साथ आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है.
हालांकि, मामले में पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि जब नशे में सिपाही थाने में था तो उसका मेडिकल क्यों नहीं कराया गया. कैसे कोई दूसरे थाने का दारोगा आ कर आरोपी को थाने से ले गया. इसका जवाब अभी तक कानपुर पुलिस द्वारा नहीं दिया गया है.