समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की अवैध संपत्तियों पर जांच एजेंसियों की कार्रवाई शुरू हो गई है. कानपुर में ईडी ने गायत्री प्रजापति के बेटे अनिल प्रजापति के द्वारा खरीदी गई जमीन को अपने कब्जे में ले लिया. सोमवार को ईडी ने अपना एक बोर्ड अनिल प्रजापति की कंपनी द्वारा ली गई संपत्ति पर लगा दिया.
अनिल प्रजापति ने अपनी संस्था मैगसे इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से महाराजपुर में 2013 से 2015 के बीच में जमीन खरीदी थी. ईडी ने पाया है कि अनिल प्रजापति ने यह जमीन अपने पिता के द्वारा कमाई गई अवैध संपत्ति से खरीदी है. ईडी ने जमीन को अपने कब्जे में ले लिया. यह कार्यवाही धन शोधन अधिनियम 2002 की धारा 4 के तहत की गई.
लखनऊ की ईडी टीम ने सोमवार शाम को लेखपाल के साथ पहुंचकर महाराजपुर के पूर्वामीर में अनिल प्रजापति की संपत्ति पर अपने कब्जे का बोर्ड लगा दिया. इलाके के लेखपाल रत्नेश का कहना है कि ईडी की टीम अपनी कार्रवाई के कागज लेकर आई थी और यहां पर अनिल प्रजापति की पूरी संपत्ति को अपने कब्जे में लेने का बोर्ड लगा दिया है.
ईडी द्वारा लगाए गए बोर्ड से अब साफ हो गया है कि सारी संपत्ति अब प्रवर्तन निदेशालय के अंडर में आ गई है. जब यह कार्रवाई हुई तो इलाके की पुलिस टीम भी साथ थी. सूत्रों का कहना है कि गायत्री प्रजापति ने अवैध खनन की काली कमाई से कई शहरों में अपने परिजनों और उनकी कंपनियों के नाम पर खरीदी थी.
आरोप है कि सपा सरकार में कानपुर के झांसी रोड इलाके में अवैध खनन का बड़े पैमाने पर कार्य होता था और गायत्री प्रजापति ने इस इलाके में खनन करने वालों पर अपना पूरा सिंडिकेट बना रखा था, इसी कमाई से गायत्री प्रजापति ने कानपुर के पूर्वामीर इलाके में करोड़ों रुपये की जमीन खरीदी थी.